रेलवे ने टिकटिंग फ्रॉड पर रोक लगाने और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए बड़ा कदम उठाया है. अब एडवांस रिजर्वेशन पीरियड (ARP) के ओपनिंग डे पर ऑनलाइन टिकट बुकिंग केवल आधार-वेरीफाइड IRCTC अकाउंट से ही संभव होगी. जिन यात्रियों का अकाउंट आधार से लिंक नहीं है, वे केवल तय समय पर ही टिकट बुक कर पाएंगे. 12 जनवरी 2026 से बिना आधार आईडी के ऑनलाइन टिकट बुकिंग संभव नहीं होगी.
29 दिसंबर 2025 से एडवांस रिजर्वेशन पीरियड के ओपनिंग डे पर सुबह 8 बजे से दोपहर 12 बजे तक केवल आधार-प्रमाणित यूजर ही ऑनलाइन आरक्षित टिकट बुक कर पाएंगे. इसके अलावा, 5 जनवरी 2026 से समय सीमा बढ़ाकर सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे कर दी जाएगी. इसके बाद 12 जनवरी 2026 से ओपनिंग डे पर सुबह 8 बजे से रात 12 बजे तक पूरे दिन के लिए आधार-वेरीफाइड अकाउंट से ही टिकट बुकिंग संभव होगी.
रेलवे ने बताया कि यह नियम केवल ऑनलाइन बुकिंग पर लागू होगा. पीआरएस (Passenger Reservation System) काउंटरों से टिकट बुकिंग की मौजूदा प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं होगा.
फर्जी अकाउंट्स पर सख्ती
रेलवे सूत्रों के मुताबिक यह कदम फर्जी अकाउंट्स के नेटवर्क को खत्म करने के लिए उठाया गया है. अब तक लगभग 3 करोड़ फर्जी आईआरसीटीसी अकाउंट बंद किए जा चुके हैं. 3 करोड़ और अकाउंट्स की पहचान कर उन्हें बंद करने की प्रक्रिया चल रही है. कुल मिलाकर लगभग 6 करोड़ फर्जी अकाउंट्स निष्क्रिय किए जाने की उम्मीद है.
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रेलवे अधिकारियों का कहना है कि आधार-आधारित वेरिफिकेशन से असली यूजर्स की पहचान सुनिश्चित होगी और फर्जी प्रोफाइल्स के जरिए बल्क बुकिंग पर रोक लगेगी. ऑनलाइन बुकिंग विंडो को केवल आधार-प्रमाणित उपयोगकर्ताओं तक सीमित करने से धोखाधड़ी और अनुचित तरीकों पर रोक लगेगी. इससे असली यात्रियों को टिकट आसानी से मिल पाएंगे और भारतीय रेलवे की ऑनलाइन आरक्षण प्रणाली पर लोगों का भरोसा और मजबूत होगा.
यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे अपने आईआरसीटीसी अकाउंट को समय रहते आधार से लिंक कर लें, ताकि जनवरी 2026 से नए नियम लागू होने पर किसी भी परेशानी का सामना न करना पड़े.