रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा चर्चा में है. इस वक्त हैदराबाद हाउस भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच जारी द्विपक्षीय वार्ता का गवाह बन रहा है. दोनों के बीच मुलाकात और बातचीत की कई तस्वीरें जारी हो रही हैं. इसी बीच एक तस्वीर पर सबकी निगाहें ठिठक गईं. तस्वीर में रूसी राष्ट्रपति पुतिन और पीएम मोदी एक-दूसरे से मुखातिब थे और उनके बीच नजर आया एक खास शो प्लांट. ये तस्वीर एक मुलाकात की सामान्य तस्वीर हो सकती है, लेकिन इसे यही शो प्लांट खास बना देता है.
क्या है प्लांट की खासियत?
चौड़ी हरी पत्तियां जो ऊपर उठते हुए लाल या नारंगी रंग (या जिस कलर शेड का पौधा है) में गुंथते हुए बढ़ती जाती है और इन्हें देखकर ऐसी लगता है कि सुनहरा रुख लिए छोटी-छोटी लाल चिड़ियां एक कतार में बैठी हैं. हल्की सी हवा और सरसराती पत्तियां ऐसा फील कराती हैं कि जैसे वे गीत भी गा रही हैं. इसी वजह से इस शो प्लांट का नाम है हैलिकोनिया. जिसे आम बोलचाल में अक्सर "Lobster Claw" या "False Bird of Paradise" भी कहा जाता है. इसकी विशेषता इसके चमकदार लाल और कभी-कभी पीले रंग के या फिर जामुनी-महरूनी ब्रैक्ट्स होते हैं, जो ऊंचे लहरदार नार जैसे तने पर ऊपर की ओर उगते हैं और सजावटी होते हैं. पीएम मोदी और राष्ट्रपति पुतिन के बीच बातचीत के दौरान जो शो प्लांट इस तस्वीर की शोभा बढ़ा रहा है, वह यही है.

फेंगशुई में हेलिकोनिया का महत्व
फेंगशुई में हेलिकोनिया (Heliconia) एक ऊर्जावान और जीवंत पौधा माना जाता है, खासकर अपने चमकीले फूलों और गतिशील रूप के कारण, जो गर्मजोशी, जुनून, विकास और समृद्धि को बढ़ावा देता है. फेंगशुई इसे दक्षिण दिशा में रखने सुझाव देता है. इसकी खास वजहें हैं. पहला तो यह अग्नि तत्व (Fire Element) को सक्रिय करता है और सकारात्मक ऊर्जा लाता है, जिससे घर में खुशियां और सौभाग्य आता है.
हेलिकोनिया की गतिशील और जीवंत ऊर्जा घर में सकारात्मक प्रवाह को बढ़ाती है. यह जुनून, गर्मजोशी, जीवन शक्ति और मजबूत बदलाव को प्रोत्साहित करता है. साथ ही यह दो लोगों के बीच ऊर्जा का समन्वय भी करता है.
ऊर्जा बढ़ाने वाला पौधा है हेलिकोनिया
हेलिकोनिया शो प्लांट अपनी अनोखी आकृति, चमकीले रंगों और जीवंत उपस्थिति के कारण फेंगशुई में शुभ और ऊर्जावान पौधों में गिना जाता है. इसकी पत्तियों की फैली हुई बनावट और पुष्पों की ऊपर उठती आकृति को ‘राइजिंग एनर्जी’ का प्रतीक माना जाता है. चीन और जापान के फेंगशुई में तो यह बहुत महत्वपूर्ण है.
इसके चमकदार नारंगी, लाल और पीले रंग अग्नि तत्व का प्रतिनिधित्व करते हैं. इससे प्रसिद्धि और करियर में उन्नति मिलती है. यह लीडरशिप को मजबूत बनाता है. इसकी मौजूदगी घर या दफ्तर में जीवंतता और ऊष्मा का संचार करती है, जिससे नकारात्मकता का प्रभाव खत्म होता है. हेलिकोनिया की पत्तियां बड़ी और विस्तृत होने के कारण ‘विस्तार’ और ‘समृद्धि’ का प्रतीक मानी जाती हैं, इसी वजह से इसे धन-संबंधी ऊर्जा बढ़ाने वाले पौधों में भी शामिल किया जाता है.
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रिश्तों में गर्माहट और संचार बढ़ाने में सहायक
इसके अलावा यह पौधा रिश्तों में गर्माहट और संचार बढ़ाने में भी सहायक माना जाता है, क्योंकि इसके रंग और आकार ‘हार्मनी’ और ‘वाइटैलिटी’ का संकेत देते हैं. यह लीडरशिप और मजबूती-स्थिरता का भी प्रतीक बन जाता है.
रिश्तों और राजनीतिक संबंधों में वनस्पतियों की अहमियत, भारत की प्राचीन संस्कृति
रिश्तों और राजनीतिक संबंधों में पौधों या वनस्पतियों का प्रयोग कोई नई बात नहीं है. यह भारत की प्राचीनता और सांस्कृति विरासत का हिस्सा भी रहा है. पुराने जमाने में भी राजा मित्रता संदेश के लिए पान के पत्ते भेजा करते थे. एक-दूसरे को पान परोसना और खिलाना संबंधों की प्रगाढ़ता का प्रतीक रहा है. आज भी विवाह में जीजा-साले एक-दूसरे को पान खिलाकर एक-दूसरे के घर के रिश्तों को मान देते हैं.