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फौजा सिंह हिट एंड रन मामला: आरोपी ड्राइवर को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा गया

पुलिस के द्वारा पूछताछ के दौरान आरोपी अमृतपाल सिंह ढिल्लों ने खुलासा किया कि वह अपना फोन बेचकर मुकेरियां से लौट रहा थे, तभी ब्यास पिंड के पास उसकी कार ने एथलीट फौजा सिंह को टक्कर मार दी.

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फौजा सिंह को टक्कर मारने वाली कार का ड्राइवर अमृतपाल सिंह न्यायिक हिरासत में भेजा गया (Photo: ITG)
फौजा सिंह को टक्कर मारने वाली कार का ड्राइवर अमृतपाल सिंह न्यायिक हिरासत में भेजा गया (Photo: ITG)

महान मैराथन धावक फौजा सिंह (Fauja Singh) की हिट-एंड-रन मौत के मामले में आरोपी अमृतपाल सिंह ढिल्लों को बुधवार को अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. पंजाब पुलिस ने इससे पहले 30 साल के एनआरआई ढिल्लों को गिरफ्तार किया था. यह गिरफ्तारी और हादसे से जुड़ी फॉर्च्यूनर एसयूवी की बरामदगी, फौजा की मौत के  30 घंटे के अंदर हुई.

जालंधर के करतारपुर के दासुपुर गांव के निवासी ढिल्लों को मंगलवार देर रात हिरासत में लिया गया और भोगपुर पुलिस स्टेशन में उससे पूछताछ चल रही है. 

पूछताछ में आरोपी ने क्या कहा?

शुरुआती पूछताछ के दौरान, ढिल्लों ने कथित तौर पर हादसे में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है. उसने बताया कि वह मुकेरियां से अपना फ़ोन बेचकर लौट रहा था, तभी उसकी गाड़ी से ब्यास पिंड के पास एक बुज़ुर्ग को टक्कर लग गई. ढिल्लों ने दावा किया कि उस वक्त उसे पता नहीं था कि मृतक फ़ौजा सिंह थे. उसे इसके बारे में न्यूज रिपोर्ट्स से पता चला.

पुलिस ने क्या बताया?

पुलिस के मुताबिक, घटना के बाद अधिकारियों ने संदिग्ध वाहनों की एक लिस्ट तैयार की थी. मंगलवार देर शाम, अधिकारियों ने एक फॉर्च्यूनर एसयूवी की पहचान की. शुरुआती जांच में यह भी पता चला कि वाहन कपूरथला निवासी वरिंदर सिंह के नाम पर रजिस्टर्ड था.

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जालंधर पुलिस की टीमें वरिंदर सिंह से पूछताछ के लिए तुरंत कपूरथला पहुंचीं. पूछताछ के दौरान, वरिंदर ने खुलासा किया कि उसने यह कार दो साल पहले अमृतपाल सिंह ढिल्लों नाम के एक शख्स को बेच दी थी, जो हाल ही में कनाडा से लौटा था. पुलिस ने यह भी बताया कि ढिल्लों की तीन बहनें हैं और उनकी मां कनाडा में रहती हैं.

पुलिस के मुताबिक, हादसे के बाद, ढिल्लों कथित तौर पर जालंधर शहर छोड़कर गांवों से होते हुए अपने पैतृक गांव करतारपुर पहुंचा.

यह भी पढ़ें: फौजा सिंह हिट एंड रन केस में NRI अरेस्ट, फॉर्च्यूनर से टक्कर मारने के बाद गांव-गांव भागता रहा शख्स

इस बीच, फौजा सिंह के छोटे बेटे हरविंदर सिंह ने कहा है कि उन्हें स्थानीय सूत्रों से एनआरआई की गिरफ्तारी के बारे में पता चला, लेकिन पुलिस ने अभी तक परिवार को आधिकारिक तौर पर नहीं बताया है. उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि हादसे के बाद ड्राइवर उनके पिता की मदद के लिए क्यों नहीं रुका. उन्होंने कहा कि ड्राइवर को मानवता दिखानी चाहिए थी और घटनास्थल से भागने के बजाय उन्हें अस्पताल ले जाना चाहिए था.

फौजा सिंह को प्यार से 'पगड़ीधारी बवंडर' कहा जाता था. सोमवार को जालंधर जिले के अपने पैतृक गांव ब्यास में टहलने के दौरान एक अज्ञात वाहन की चपेट में आने से वे मौत का शिकार हो गए. 

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लेखक खुशवंत सिंह ने फौजा सिंह के निधन की पुष्टि की. खुशवंत सिंह ने मैराथन धावक के परिवार से बात करने के बाद सोशल मीडिया पर लिखा, "मेरा पगड़ी वाला बवंडर अब नहीं रहा. मुझे अपने परम श्रद्धेय स्व. फौजा सिंह के निधन की खबर बताते हुए बहुत दुख हो रहा है. आज दोपहर करीब 3:30 बजे उनके गांव बियास में सड़क पार करते वक्त एक अज्ञात वाहन ने उन्हें टक्कर मार दी. मेरे प्यारे फौजा, आपकी आत्मा को शांति मिले."

(देवेंद्र कुमार के इनपुट के साथ)

 
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