प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' के जरिए देशवासियों को संबोधित किया. ये उनका इस साल का आखिरी कार्यक्रम था. जिसमें उन्होंने ओमिक्रॉन को लेकर भी बात की.
मन की बात में पीएम मोदी ने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने लिखा था कि अगर वो एक भी छात्र को प्रेरणा दे सके, तो ये भी बहुत होगा. लेकिन, आज मैं कहना चाहूंगा कि उन्होंने पूरे देश को प्रेरित किया है. उनका पत्र भले ही केवल छात्र से बात करता हो, लेकिन उन्होंने हमारे पूरे समाज को सन्देश दिया है. साथियों, औसत से असाधारण बनने का उन्होंने जो मंत्र दिया है, वो भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
पीएम मोदी के संबोधन के अंश
- मेरे प्यारे देशवासियो, अरुणाचल प्रदेश के लोगों ने साल भर से एक अनूठा अभियान चला रखा है. उसे नाम दिया है 'अरुणाचल प्रदेश एयरगन सरेंडर अभियान' ताकि अरुणाचल प्रदेश में पक्षियों का अंधाधुंध शिकार रुक सके.
-भारत अभिनव तरीकों से 'आजादी का अमृत महोत्सव' मना रहा है। ऐसा ही एक प्रयास हाल ही में लखनऊ में आयोजित किया गया था. मैं लखनऊ के रहने वाले निलेश जी की एक पोस्ट की भी चर्चा करना चाहूंगा. निलेश जी ने लखनऊ के रेजीडेंसी क्षेत्र में हुए एक अनूठे ड्रोन शो की बहुत प्रशंसा की है. इसमें भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के अलग-अलग पहलुओं को जीवंत बनाया गया.
-साथियों, किताबें सिर्फ ज्ञान ही नहीं देतीं बल्कि व्यक्तित्व भी संवारती हैं. आजकल लोग ये बहुत गर्व से बताते हैं कि इस साल मैंने इतनी किताबें पढ़ीं. मैं भी मन की बात के श्रोताओ से कहूंगा कि आप इस वर्ष की अपनी 5 पसंदीदा किताबों के बारे में बताएं.
-एक बार फिर से,हम सब मिलकर परीक्षा, करियर, सफलता और विद्यार्थी जीवन से जुड़े अनेक पहलुओं पर मंथन करेंगे. इस कार्यक्रम के लिए 28 दिसंबर से mygov.in पर रजिस्ट्रेशन भी शुरू होने जा रहा है. ये रजिस्ट्रेशन 20 जनवरी तक चलेगा।
- प्रधानमंत्री ने कहा साथियो, हर साल मैं ऐसे ही विषयों पर विद्यार्थियों के साथ परीक्षा पर चर्चा करता हूं. इस साल भी परीक्षा से पहले मैं छात्रों के साथ चर्चा करने की प्लानिंग कर रहा हूं.
-पीएम मोदी ने कहा कि ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह ने लिखा था कि अगर वो एक भी छात्र को प्रेरणा दे सके, तो ये भी बहुत होगा. लेकिन, आज मैं कहना चाहूंगा कि उन्होंने पूरे देश को प्रेरित किया है. उनका पत्र भले ही केवल छात्र से बात करता हो, लेकिन उन्होंने हमारे पूरे समाज को सन्देश दिया है. साथियों, औसत से असाधारण बनने का उन्होंने जो मंत्र दिया है, वो भी उतना ही महत्वपूर्ण है.
-उन्होंने कहा भारत हमारी जनशक्ति के उत्साही प्रयास की बदौलत कोविड-19 से लड़ रहा है। ये जनशक्ति की ही ताकत है, सबका प्रयास है कि भारत 100 साल में आई सबसे बड़ी महामारी से लड़ सका.
-पीएम मोदी ने कहा मेरे लिए मन की बात सरकार के काम को उजागर करने के बारे में नहीं है, जिसे आसानी से किया जा सकता था. इसके बजाय, यह जमीनी स्तर के परिवर्तन करने वालों के सामूहिक प्रयासों के बारे में है.
-इसके अलावा ओमिक्रॉन के प्रकोप पर प्रधानमंत्री ने कहा कि वैज्ञानिक इसपर काम कर रहे हैं. हमें अभी सावधानी बरतने की जरूरत है.
-नए साल में आप सभी खुद को और बेहतर करने का संकल्प लें.
बता दें कि ये पीएम मोदी का 84वां और साल का आखिरी मन की बात कार्यक्रम है. माना जा रहा है कि आज के मन की बात के एपिसोड में पीएम मोदी कोरोना वायरस के नए वेरिएंट ओमिक्रोन से बचाव और नए साल पर कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करने पर अपनी बात रख सकते हैं.
गौरतलब है कि मन की बात से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीती रात राष्ट्र के नाम अपने खास संबोधन में तीन बड़े ऐलान किए हैं, जिसमें उन्होंने बताया है कि अब 15 साल से 18 साल के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन मिलने जा रही है. इसी के साथ प्रधानमंत्री ने फ्रंटलाइन वर्कर्स, हेल्थ वर्कर्स और 60 साल से ज्यादा के गंभीर बीमारी वालों को बूस्टर डोज देने का भी ऐलान किया है.