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'लद्दाख में चीन सेना की घुसपैठ पर सरकार ने जवाब देने से किया इनकार', ओवैसी ने लगाए कई आरोप 

पूर्वी लद्दाख में चीनी सैनिकों ने कथित रूप से भारतीय सीमा पर कब्जा कर लिया था. असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को इस मामले में सरकार को घेर लिया. उन्होंने कहा कि इस घटना को तीन साल पूरे होने वाले हैं लेकिन सरकार अब भी चीन के खिलाफ कोई कदम उठाने से डरी हुई है.

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असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर बोला हमला (फाइल फोटो)
असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर बोला हमला (फाइल फोटो)

एआईएमआईएम चीफ और लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने शुक्रवार को सिलसिलेवार ट्वीट कर सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने ट्वीट किया- यह बेहद शर्म की बात है कि सरकार लद्दाख में भारतीय क्षेत्र में चीनी घुसपैठ पर किसी भी सवाल का जवाब देने से इनकार कर रही है. तीन साल पूरे होने वाले हैं और हमारे जवान पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन हमारा राजनीतिक नेतृत्व चीन के खिलाफ कोई कदम उठाने से डर रहा है.

चीन के सैनिकों ने 5 मई 2020 को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में घुसपैठ की थी. इसके बाद से ही LAC पर भारत और चीन के बीच गतिरोध तेज हो गया था. जून 2020 में गलवान घाटी में दोनों देशों के सैनिकों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी, जिसमें भारत के 20 जवान शहीद हो गए थे. चीन को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था. इसके बाद कई चरणों में दोनों देशों के बीच बैठकें चली थीं लेकिन एलएसी के कुछ इलाकों से अब भी चीनी सैनिक पूरी तरह पीछे नहीं हटे हैं.

पीएम चीन पर एक शब्द नहीं बोल सकते

विदेश मंत्री एस जयशंकर का कहना है कि चीन इतनी बड़ी शक्ति है और हम कुछ नहीं कर सकते. पीएम चीन पर एक शब्द भी नहीं बोल सकते. बाली में शी जिनपिंग के पास जाने के बावजूद मोदी इस मुद्दे पर अपनी बात नहीं रख पाए. भारतीयों के लिए सूचनाओं को रोकना और संसद से सच्चाई छिपाना ही चीन की मदद करना है.

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कार्यपालिका को करना चाहते हैं हावी

ओवैसी ने आरोप लगाते हुए कहा कि मोदी सरकार चाहती है कि कार्यपालिका विधायिका पर हावी हो, ताकि शक्तियों के पृथक्करण के सिद्धांत को कमजोर किया जा सके, जो कि संविधान की मूल संरचना है.

वहीं उन्होंने आगे लिखा कि असम बीजेपी के सीएम हिमंत बिस्वा सरमा ने माना है कि मोदी के 8.5 साल के शासन के बाद भी उन्हें एक गर्वित हिंदू नहीं मिला है. हिंदुओं को अपनी आस्था पर गर्व करने से कौन रोक रहा है?

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