नेशनल हेराल्ड मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा हाल ही में दाखिल की गई चार्जशीट के बाद कांग्रेस ने बीजेपी के खिलाफ अपना मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेस के प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में बताया कि विजयवाड़ा से वाराणसी और कश्मीर से तिरुवनंतपुरम तक, कांग्रेस नेता देशभर में बीजेपी के "झूठ और राष्ट्रविरोधी कोशिशों" को जनता के सामने रखने के लिए अलग-अलग शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे.
इस मिशन के तहत कांग्रेस ने 21 से 24 अप्रैल के बीच 57 शहरों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करने की योजना बनाई है. पार्टी का मानना है कि बीजेपी सरकार केंद्र की एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है और इसका जवाब देने के लिए एक मजबूत रणनीति बनाई जा रही है.
यह भी पढ़ें: 'नेशनल हेराल्ड केस में BJP के झूठे नैरेटिव को करेंगे बेनकाब', मल्लिकार्जुन खड़गे ने कार्यकर्ताओं को दिया खास संदेश
मामले की "सच्चाई" सामने लाने पर कांग्रेस का जोर!
अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की अध्यक्षता में कांग्रेस ने शनिवार को एक अहम बैठक की थी, जिसमें पार्टी महासचिव, राज्य प्रभारियों और अग्रिम संगठनों के प्रमुख शामिल हुए थे. खड़गे ने इस बैठक में बीजेपी के "झूठी कहानी" का मुकाबला करने और मामले के पीछे की सच्चाई को स्पष्ट रूप से पेश करने की जरूरत पर जोर दिया था.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने आरोप लगाया था कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम चार्जशीट में "बदले की भावना" से शामिल किया गया और नेशनल हेराल्ड की संपत्तियों को दिल्ली, लखनऊ और मुंबई में जब्त किया गया है.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कई शहरों में किया प्रदर्शन
ईडी की चार्जशीट के बाद दिल्ली-मुंबई समेत कई शहरों में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन भी किया. मुंबई में कुछ कार्यकर्ता कार्यालय में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे थे लेकिन सिक्योरिटी गार्ड्स ने समय पर गेट बंद कर दिया और उन्हें रोक दिया.
यह भी पढ़ें: नेशनल हेराल्ड केस: कांग्रेस शासित राज्यों पर विज्ञापन के नाम पर फर्जीवाड़े का आरोप
नेशनल हेराल्ड केस की 25 अप्रैल को सुनवाई
स्पेशल जज विशाल गोगने ने 9 अप्रैल को मामले की सुनवाई की थी और अगली सुनवाई की तारीख 25 अप्रैल के लिए तय की थी. चार्जशीट में कांग्रेस से जुड़े लोगों में सुमन दुबे और सैम पित्रोदा के साथ-साथ यंग इंडियन, डोटेक्स मर्चेंडाइज प्राइवेट लिमिटेड और डोटेक्स के अधिकारी सुनील भंडारी के नाम भी शामिल हैं.
कांग्रेस ने ईडी की चार्जशीट की आलोचना करते हुए इसे "राजनीतिक बदले" का मामला बताया और सवाल उठाया कि बीजेपी या उसकी सहयोगी पार्टियों के किसी नेता पर इसी तरह की कार्रवाई क्यों नहीं की गई. कांग्रेस का कहना है कि वह इस कार्रवाई से डरने वाली नहीं है.