पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी का बीजेपी को लेकर रुख काफी सख्त रहा. पशु तस्करी केस में सीबीआई ने उनके करीबी नेता अनुब्रत मंडल को गिरफ्तार किया है. इसे लेकर उन्होंने पहली बार कोई प्रतिक्रिया दी और बीजेपी पर पलटवार किया.
पार्टी की एक मीटिंग को संबोधित करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि जब तक अनुब्रत मंडल मामले में दोषी नहीं करार हो जाते, तब तक वह उन्हें दोषी मानने के लिए तैयार नहीं है. अनुब्रत मंडल पर आरोप है कि सीमापार होने वाली तस्करी में उनकी कथित संलिप्तता है. अनुब्रत मंडल को पार्टी में ममता के सबसे करीबी नेताओं में से एक माना जाता है. ममता बनर्जी का आरो है कि अनुब्रत मंडल की गिरफ्तारी को लेकर षड्यंत्र रचा गया है.
ममता ने पार्टी के कार्यक्रम में सवाल उठाया कि केस्ता को गिरफ्तार क्यों किया गया, अनुब्रत तो कुछ नहीं चाहते थे, बल्कि मैं ही उन्हें राज्यसभा भेजना चाहती थी, लेकिन केस्ता तैयार नहीं हुए. हर बार चुनाव के समय अनुब्रत को हिरासत में ले लिया जाता. क्या होगा जब अगर केस्ता को जेल में ही रखा जाता है?
अनुब्रत मंडल के बारे में बात करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि वह पिछले कुछ सालों से शारीरिक समस्याओं से जूझ रहे हैं. वहीं परिवार के तौर पर उन्होंने अपनी पत्नी को खोया है. जब उनकी पत्नी कैंसर से जूझ रही थी, तब वह उसके पास ना रहकर पंचायत चुनाव पर ध्यान लगा रहे थे. उनकी पत्नी ने ही उनसे ऐसा करने को कहा था. अगर केस्ता (अनुब्रत) को पकड़ा जाएगा तो लाखों और आएंगे. केस्ता एजेंसियों से नहीं डरेगा.
ममता बनर्जी ने बीजेपी पर सांठ-गांठ करने और विधायकों की खरीद-फरोख्त करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि झारखंड में भी सरकार गिराने की कोशिश की गई. विधायकों को 10 करोड़ रुपये में खरीदा गया, लेकिन वो रंगे हाथों पकड़े गए. उन्होंने बिहार के घटनाक्रम पर बोला कि हमने झारखंड में उनकी कोशिश को असफल किया. बिहार में सरकार बदल गई है. 2024 में मोदी नहीं आने वाले हैं, इसलिए वो अब हर राज्य में सरकार तोड़ने की कोशिश कर रह हैं.