भारत के अंडरवर्ल्ड की सबसे चर्चित बिश्नोई ब्रदर्स की जोड़ी एक बार फिर सुर्खियों में है. बड़ा डॉन लॉरेंस बिश्नोई बीते तीन सालों से गुजरात की साबरमती जेल में बंद है, जबकि अब उसका छोटा भाई और उभरता गैंगस्टर अनमोल बिश्नोई तिहाड़ सेंट्रल जेल पहुंच चुका है. अनमोल की तिहाड़ में एंट्री के साथ ही देश की सबसे हाई-सिक्योरिटी जेल एक बार फिर गैंगवार और अंडरवर्ल्ड की साजिशों के केंद्र में आती नजर आ रही है.
NIA की रिमांड पूरी होने के बाद गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को सुरक्षा कारणों से बड़ा आदेश जारी किया. BNSS की धारा 303 के तहत अगले एक साल तक किसी भी राज्य की पुलिस या एजेंसी अनमोल बिश्नोई को अपनी कस्टडी में नहीं ले सकेगी. यानी अब किसी भी पूछताछ के लिए एजेंसियों को तिहाड़ जेल के भीतर ही जाना होगा. यह वही प्रावधान है जो पहले से लॉरेंस बिश्नोई पर भी लागू है.
यह भी पढ़ें: गृह मंत्रालय का अहम आदेश, 1 साल तक अनमोल बिश्नोई को कस्टडी में नहीं ले सकेगी पुलिस और एजेंसियां
तिहाड़ जेल का नाम पहले ही लॉरेंस बिश्नोई के कारण कुख्यात रहा है. आरोप है कि यहीं से उसने न सिर्फ अपने गैंग बल्कि पूरे सिंडिकेट को कंट्रोल किया. मशहूर पंजाबी सिंगर सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड की साजिश भी जेल से संचालित होने के आरोपों के कारण तिहाड़ लंबे समय तक चर्चा में रहा. ऐसे में अनमोल की मौजूदगी ने सुरक्षा एजेंसियों की चिंता और बढ़ा दी है.
खतरे का एक और पहलू है, गैंग्स के बीच बंटवारा. कभी लॉरेंस बिश्नोई का करीबी रहा गोल्डी बराड़ अब उससे अलग हो चुका है. रोहित गोदारा, गोल्डी बराड़ गैंग और बंबीहा, जग्गू भगवानपुरिया, कौशल, नीरज बवाना जैसे गैंग खुले तौर पर बिश्नोई गैंग के विरोध में खड़े हैं. इन गैंगों के कई सदस्य पहले से तिहाड़ में बंद हैं, जिससे जेल के भीतर टकराव की आशंका और गहरी हो गई है.
यह भी पढ़ें: अनमोल बिश्नोई को पाकिस्तानी गैंगस्टर शहजाद भट्टी से जान का खतरा! मांगी बुलेटप्रूफ गाड़ी
अनमोल बिश्नोई खुद अदालत में यह दावा कर चुका है कि पाकिस्तान के गैंगस्टर और आतंकी शहजाद भट्टी से उसे जान का खतरा है. हाल के महीनों में सोशल मीडिया पर वीडियो और ऑडियो के जरिए गैंगस्टरों की धमकियों ने हालात और तनावपूर्ण बना दिए हैं. बाबा सिद्दीकी हत्याकांड के आरोपी जीशान अख्तर की धमकी भी इसी कड़ी का हिस्सा मानी जा रही है.
फिलहाल तिहाड़ जेल प्रशासन और केंद्रीय एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं. सवाल यही है कि क्या अनमोल बिश्नोई तिहाड़ से लॉरेंस गैंग को फिर से मजबूत करेगा, या फिर विरोधी गैंग उसे निशाना बनाकर जेल के भीतर एक नई गैंगवार की पटकथा लिखेंगे. तिहाड़ एक बार फिर अंडरवर्ल्ड की सबसे बड़ी लड़ाई का मंच बनता दिख रहा है.