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75th Republic Day parade: पारंपरिक मिलिट्री बैंड से नहीं शंख और नगाड़े से होगी परेड की शुरुआत, कर्तव्य पथ पर परचम लहराएगी नारी शक्ति

परेड की शुरुआत पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय पहली बार 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा शंख, नादस्वरम, नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाने से होगी. भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट के दौरान लगभग 15 महिला पायलट भी 'नारी शक्ति' का प्रतिनिधित्व करेंगी.

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गणतंत्र दिवस 2024 (सांकेतिक फोटो)
गणतंत्र दिवस 2024 (सांकेतिक फोटो)

भारत सैन्य शक्ति, महिला शक्ति के भव्य प्रदर्शन के साथ 75वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पूरी तरह तैयार है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शुक्रवार को कर्तव्य पथ पर 90 मिनट की परेड के दौरान अपनी बढ़ती सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के भव्य प्रदर्शन के साथ 75वें गणतंत्र दिवस का जश्न मनाने में भारत का नेतृत्व करेंगी. देश की महिला शक्ति और लोकतांत्रिक मूल्यों को पेश करने की व्यापक थीम वाले इस भव्य समारोह में फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होंगे.

पहली बार महिलाओं की तीनों सेवा की टुकड़ी होगी शामिल
सशस्त्र बल परेड में मिसाइलों, ड्रोन जैमर, निगरानी प्रणाली, वाहन पर लगे मोर्टार और बीएमपी-द्वितीय पैदल सेना के लड़ाकू वाहनों जैसे घरेलू हथियारों और सैन्य उपकरणों की एक श्रृंखला प्रदर्शित करेंगे. पहली बार, सभी महिलाओं की त्रि-सेवा टुकड़ी (जल, थल और नभ) देश के सबसे बड़े समारोह का हिस्सा होगी. लेफ्टिनेंट दीप्ति राणा और प्रियंका सेवदा, जो पिछले साल पहली बार आर्टिलरी रेजिमेंट में नियुक्त हुई 10 महिला अधिकारियों में से हैं, परेड में स्वाति हथियार का पता लगाने वाले रडार और पिनाक रॉकेट सिस्टम का नेतृत्व करेंगी. यह भी एक ऐतिहासिक पल होगा.

सैन्य बैंड से नही होगी परेड की शुरुआत
परेड की शुरुआत पारंपरिक सैन्य बैंड के बजाय पहली बार 100 से अधिक महिला कलाकारों द्वारा शंख, नादस्वरम, नगाड़ा जैसे भारतीय संगीत वाद्ययंत्र बजाने से होगी. भारतीय वायु सेना के फ्लाई-पास्ट के दौरान लगभग 15 महिला पायलट भी 'नारी शक्ति' का प्रतिनिधित्व करते हुए दर्शकों को मंत्रमुग्ध करेंगी. केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ) की टुकड़ियों में भी केवल महिला कर्मी शामिल होंगी. गणतंत्र दिवस परेड सुबह 10:30 बजे शुरू होगी और लगभग 90 मिनट तक चलेगी.

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पारंपरित बग्गी से समारोह स्थल पहुंचेंगे पीएम मोदी
समारोह की शुरुआत प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी की राष्ट्रीय युद्ध स्मारक की यात्रा से होगी, जहां वह पुष्पांजलि अर्पित करके शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित करने में राष्ट्र का नेतृत्व करेंगे. रक्षा मंत्रालय ने कहा कि कुछ मिनट बाद, राष्ट्रपति मुर्मू और उनके फ्रांसीसी समकक्ष मैक्रों 'पारंपरिक बग्गी' में पहुंचेंगे. यह 40 साल पुरानी परिपाटी है, जो एक बार फिर जीवंत होते दिखाई देगी. 

छह भारतीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल का होंगे हिस्सा
स्वदेशी बंदूक प्रणाली 105-एमएम इंडियन फील्ड गन के साथ दी जाने वाली 21 तोपों की सलामी के साथ राष्ट्रगान के बाद राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा. 105 हेलीकॉप्टर यूनिट के चार MI-17 IV हेलीकॉप्टर कर्तव्य पथ पर उपस्थित दर्शकों पर फूलों की वर्षा करेंगे. इसके बाद 'आवाहन' नामक बैंड प्रस्तुति होगी, जिसमें 100 से अधिक महिला कलाकार विभिन्न प्रकार के ताल वाद्ययंत्र बजाते हुए शामिल होंगी. इसके बाद राष्ट्रपति मुर्मू की सलामी लेने के साथ परेड शुरू होगी. परेड की कमान दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग लेफ्टिनेंट जनरल भवनीश कुमार करेंगे.

कर्तव्य पथ फ्रांसीसी सशस्त्र बलों के संयुक्त बैंड और मार्चिंग दस्ते के मार्च पास्ट का गवाह बनेगा. 30 सदस्यीय बैंड दल का नेतृत्व कैप्टन खोर्दा करेंगे और उनके पीछे फ्रांस से 90 सदस्यीय मार्चिंग दस्ता होगा. छह भारतीय फ्रांसीसी मार्चिंग दल का हिस्सा होंगे.

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एक बहुउद्देश्यीय टैंकर परिवहन विमान और फ्रांसीसी वायु और अंतरिक्ष बल के दो राफेल लड़ाकू विमान सलामी मंच से आगे बढ़ते समय टुकड़ियों के ऊपर उड़ान भरेंगे. मैकेनाइज्ड कॉलम का नेतृत्व करने वाली पहली भारतीय सेना की टुकड़ी 61 कैवेलरी की होगी जिसका नेतृत्व मेजर यशदीप अहलावत करेंगे. 1953 में स्थापित, 61 कैवेलरी दुनिया में एकमात्र सेवारत सक्रिय घुड़सवार कैवेलरी रेजिमेंट है. इसके बाद 11 मैकेनाइज्ड कॉलम, 12 मार्चिंग दल और आर्मी एविएशन कोर के एडवांस्ड लाइट हेलीकॉप्टर्स द्वारा फ्लाई पास्ट किया जाएगा.

टैंक टी-90 भीष्म, एनएजी मिसाइल प्रणाली, पैदल सेना का लड़ाकू वाहन, ऑल-टेरेन वाहन, हथियार का पता लगाने वाली रडार प्रणाली 'स्वाति', ड्रोन जैमर प्रणाली और मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल मशीनीकृत स्तंभों द्वारा प्रमुख प्रदर्शनों में से एक होगी. भारतीय वायु सेना (IAF) की टुकड़ी में 144 वायुसैनिक और चार अधिकारी शामिल होंगे और इसका नेतृत्व स्क्वाड्रन लीडर रश्मी ठाकुर करेंगी.

स्क्वाड्रन लीडर सुमिता यादव, प्रतीति अहलूवालिया और फ्लाइट लेफ्टिनेंट कीर्ति रोहिल आकस्मिक कमांडर के पीछे अतिरिक्त अधिकारियों के रूप में मार्च पास्ट करेंगी. समारोह का समापन भारतीय वायुसेना के 46 विमानों के फ्लाईपास्ट के साथ होगा. वायुसेना के बेड़े में 29 लड़ाकू विमान, सात परिवहन विमान, नौ हेलीकॉप्टर और एक हेरिटेज विमान शामिल होंगे. ये सभी विमान छह अलग-अलग बेस से संचालित होंगे.

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फाइटर स्ट्रीम से छह सहित पंद्रह महिला पायलट फ्लाई-पास्ट के दौरान विभिन्न IAF प्लेटफार्मों का संचालन करेंगी. पहली बार स्वदेश निर्मित तेजस विमान चार विमानों के समूह में उड़ान भरेगा.
इससे पहले एक तेजस जेट को गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने का मौका मिला था. लेकिन पहली बार विमान एक फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे.

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कर्तव्य पथ पर नारी शक्ति का प्रदर्शन
सीआरपीएफ, बीएसएफ और एसएसबी की 260 से अधिक महिला कर्मी मोटरसाइकिल प्रदर्शन के दौरान साहसी स्टंट करके देश की 'नारी शक्ति' का प्रदर्शन करेंगी. परेड के दौरान राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की कुल 16 और केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों की नौ झांकियां कर्तव्य पथ पर चलेंगी. इनमें अरुणाचल प्रदेश, हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, राजस्थान, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय, झारखंड, उत्तर प्रदेश और तेलंगाना राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं शामिल हैं.
 

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