दिसंबर के आखिरी हफ्ते में ठंड ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को दिल्ली के कई इलाकों में शीतलहर दर्ज की गई. इस दौरान न्यूनतम तापमान (minimum temperature) सामान्य से 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. दिल्ली के रिज इलाके में रविवार को पारा लुढ़ककर 3 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया. यह सामान्य से 4.9 डिग्री सेल्सियस कम था. इस इलाके में सबसे ज्यादा ठंड दर्ज की गई.
सफदरजंग के में स्थित मौसम विभाग के केंद्र में न्यूनतम तापमान 5.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 3 डिग्री कम है. दिल्ली में रविवार को अधिकतम तापमान (maximum temperature) 16.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो सामान्य से 5 डिग्री कम था. यह इस ठंड के सीजन का अब तक का सबसे कम तापमान है.
दिल्ली के आया नगर मौसम केंद्र में न्यूनतम तापमान 3.5 दर्ज किया गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री कम था. दिल्ली में अधिकतम तापमान में 5-7 डिग्री सेल्सियस तक कमी दर्ज की गई. वहीं, हरियाणा के हिसार और राजस्थान के गंगानगर में अधिकतम तापमान सामान्य से लगभग 12 डिग्री सेल्सियस कम दर्ज किया गया. साथ ही यूपी में भी कड़ाके की ठंड पड़ने लगी है.
मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान 4 डिग्री सेल्सियस तक गिर जाने पर मौसम विभाग IMD शीत लहर का ऐलान करता है. इसके अलावा न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस या उससे नीचे आने की स्थिति में भी शीत लहर मानी जाती है.
तापमान सामान्य से 4.5 डिग्री कम होना भी कोल्ड वेब की श्रेणी में ही आता है. जब न्यूनतम तापमान दो डिग्री सेल्सियस तक गिर जाता है या सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस तक कम हो जाता है तो ऐसी स्थिती में गंभीर शीत लहर मानी जाती है. इसके अलावा जब न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से कम या इसके बराबर होता है और अधिकतम तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री सेल्सियस कम होता है, तो इसे 'कोल्ड डे' कहा जाता है.
दिल्ली-NCR के साथ ही हरियाणा, पंजाब, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में घना कोहरा छाया रहा. मौसम विभाग (IMD) के अनुमान के मुताबिक अगले कुछ दिनों तक इन क्षेत्रों में कोहरे की स्थिति बनी रहेगी. IMD के मुताबिक विजिबिलिटी 0 से 50 मीटर तक होने पर बहुत घना कोहरा माना जाता है. वहीं, 51 से 200 मीटर तक की विजिबिलिटी होने पर घना कोहरा माना जाता है. इसके अलावा 201 से 500 तक मध्यम और 501 से 1,000 तक हल्का कोहरा होता है.
केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में शाम 6 बजे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 319 दर्ज किया गया. बता दें कि 0 से 50 के बीच AQI को अच्छा माना जाता है. वहीं, 51 से 100 AQI संतोषजनक होता है. AQI जब 101 से 200 के बीच होता है तो उसे मध्यम माना जाता है. वहीं, 201 से 300 के बीच AQI खराब और 301 से 400 के बीच बहुत खराब माना जाता है. इसके अलावा जब AQI 401 से 500 के बीच हो जाता है तो उसे गंभीर माना जाता है.