Rambhadracharya On Nitish Kumar: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को NDA का दामन थामने के बाद नौंवी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. एनडीए में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार अपने आलोचकों के निशाने पर हैं. अब नीतीश को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य की भी प्रतिक्रिया सामने आई है जिन्होंने नीतीश की तुलना विभीषण की है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को वहां (महागठबंधन) सम्मान नहीं मिल रहा था.
'सही जगह पलटे हैं नीतीश'
यूपी के हाथरस में पहुंचे रामभद्राचार्य ने मीडिया से बात करते हुए कहा, 'NDA में शामिल होने के बाद नीतीश कुमार के बिहार के सीएम पद की शपथ लेने पर जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने कहा, 'जो कुछ भी हो रहा है अच्छा है. राजनीति में ये सब होता रहता है. नीतीश कुमार को वहां सम्मान नहीं मिल रहा था और वो पलटूराम तो हैं ही अब वह सही-सही राम जी के चरणों में पलट गए. जब रावण का भाई विभीषण राम के शरण में आ सकता है तो नीतीश कुमार के आने में क्या अंतर पड़ता है.'
राम मंदिर का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि अयोध्या ले चुके हैं और अब अगला लक्ष्य अकम (अयोध्या, काशी, मथुरा) है. अपनी प्रतिज्ञा दोहराते हुए बोले रामभद्राचार्य ने कहा कि चिंता मत करिए. जब तक मथुरा में श्रीकृष्ण के जन्मस्थान पर मंदिर नहीं बनेगा, तब तक किसी कृष्ण मंदिर में नहीं जाऊंगा.
विपक्ष पर निशाना
इससे पहले नीतीश कुमार के इस्तीफे पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमने इंडिया ब्लॉक को साथ रखने के लिए कोशिश की. हमें जिस बात का अंदेशा था वो सच साबित हुआ. देश में आयाराम-गयाराम जैसे कई लोग हैं. वहीं जयराम रमेश ने 'नीतीश के यू-टर्न के पीछे प्रधानमंत्री हैं! यह एक पूर्वनियोजित साजिश है जो पीएम ने रची है. इससे INDIA ब्लॉक की संभावनाओं पर कोई असर नहीं पड़ेगा. बिहार की जनता उन्हें सही जवाब देगी.'
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नीतीश कुमार के एनडीए में शामिल होने को विश्वासघात बताया और बीजेपी पर हमला किया. अखिलेश यादव ने कहा, "भाजपा अपने जीवनकाल में इतनी कमज़ोर कभी नहीं थी, जितनी आज हो गयी. आज विश्वासघात का नया कीर्तिमान बना है. जनता इसका करारा जवाब देगी. कोई आप पर विश्वास न करे, एक व्यक्ति के रूप में किसी की इससे बड़ी हार और कुछ नहीं हो सकती."