हरियाणा के मेवात-नूंह में सोमवार को फैली हिंसा में 6 लोगों की मौत हो गई थी. अब हिंसा फैलाने वालों पर हरियाणा पुलिस ने एक्शन शुरू कर दिया है. पुलिस ने अब तक हिंसा से जुड़ीं घटनाओं में 41 FIR दर्ज की हैं. इतना ही नहीं अब तक 139 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.
हिंसा के आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने आरोपियों को दो दिन की रिमांड पर भेज दिया है. इससे पहले हिंसा के आरोपियों की पहली तस्वीर सामने आई थी. इसमें आरोपी नूंह के सदर थाने में जमीन पर बैठे नजर आ रहे थे. सभी आरोपियों ने मास्क लगाकर रखा था.
नूंह मेवात में हिंसा, आरोपियों की पहली तस्वीर #NuhViolence #HaryanaViolence | @ashutoshjourno | @SushantMehraAT pic.twitter.com/Bd7GBxOpC2
— AajTak (@aajtak) August 3, 2023
नूंह से गुरुग्राम तक फैली थी हिंसा
नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी 31 जुलाई को बृजमंडल यात्रा निकाली गई थी. लेकिन यात्रा पर पथराव हो गया था. देखते ही देखते यह दो समुदायों में हिंसा में बदल गई. सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई. साइबर थाने पर भी हमला किया गया. फायरिंग भी हुई थी. उपद्रवियों ने पुलिस पर भी हमला किया था. नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई. वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया. इसके बाद हिंसा की आग नूंह से फरीदाबाद, पलवल और गुरुग्राम तक फैल गई थी. इस हिंसा में 2 होमगार्ड समेत 6 लोग मारे गए हैं. जबकि 60 से ज्यादा लोग जख्मी हुए हैं.
सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट खंगाल रही पुलिस
उधर, हरियाणा सरकार का कहना है कि मेवात-नूंह में हुई हिंसा को बढ़ावा देने के लिए सोशल मीडिया ने अहम भूमिका निभाई. ऐसे में सरकार ने एक तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, जो 21 जुलाई के बाद की सोशल मीडिया गतिविधियों की निगरानी करेगी. यह कमेटी फेसबुक, ट्विटर, व्हाट्सएप और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर किसी भी भड़काऊ पोस्ट की बारीकी से जांच करेगी. कमेटी नफरत या गलत सूचना फैलाने वाले व्यक्तियों के खिलाफ उचित कानूनी कार्रवाई करेगी.
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज ने राज्य के लोगों से अपील की कि वे ऐसे किसी भी पोस्ट को अंधाधुंध फॉरवर्ड या शेयर न करें, क्योंकि हम सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रख रहे हैं.
हरियाणा में अर्धसैनिक बलों की 20 टुकड़ियां तैनात
हरियाणा में पुलिस के अलावा केंद्रीय बलों की 20 कंपनियां तैनात हैं. इनमें से 14 को नूंह, तीन को पलवल, दो को गुरुग्राम और एक को फरीदाबाद में तैनात किया गया है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने केंद्र सरकार से चार और कंपनियों की मांग की है.