
गोवा के अर्पोरा इलाके में स्थित 'बर्च बाय रोमियो लेन' नाइट क्लब में 6 दिसंबर की रात लगी भीषण आग की जांच अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंच चुकी है. हादसे के मुख्य आरोपी और क्लब मालिक दिल्ली के भाई सौरभ लूथरा और गौरव लूथरा घटना के कुछ ही घंटों बाद भारत से थाईलैंड भाग गए, जिनकी तलाश की जा रही है.
गोवा पुलिस ने दोनों के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर (LOC) जारी किया है और इंटरपोल की मदद लेकर उन्हें थाईलैंड से ट्रैक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
यह भी पढ़ें: सरकारी जमीन पर बिना लाइसेंस क्लब चलाने की छूट... गोवा क्लब के मालिक को किसका था सपोर्ट?
गोवा पुलिस ने दिल्ली स्थित मुखर्जी नगर पुलिस स्टेशन को भी आधिकारिक तौर पर नोटिस भेजा है, क्योंकि लूथरा ब्रदर्स का घर इसी इलाके में है. पुलिस टीम वहां पोस्टर चिपका चुकी है और जानकारी जुटा रही है.

कैसे हुआ नाइट क्लब में हादसा?
आग रात करीब 12 बजे तब लगी जब क्लब में बेली डांस के दौरान कथित रूप से फायरक्रैकर्स जलाए गए. चिंगारियां छत पर लगे बांस, ग्रास और फाइबर के सजावटी हिस्सों पर गिरीं और आग तेजी से फैल गई. अधिकांश 23 लोगों की मौत दम घुटने से हुई, क्योंकि उन्हें बेसमेंट में एक ही एंट्री/एग्जिट के कारण बाहर निकलने का रास्ता नहीं मिला.
क्लब में सेफ्टी नियमों का उल्लंघन
क्लब में सिर्फ एक संकरा एंट्री/एग्जिट गेट थी. कोई इमरजेंसी एग्जिट नहीं था. फायर सेफ्टी इक्विपमेंट के भी इंतजाम नहीं थे. इंटीरियर में पूरी तरह ज्वलनशील सामग्री से भरा था, फायर ब्रिगेड की गाड़ियां संकरी लेन में फंस गईं और इस वजह से भी आग पर काबू पाने में समय लगा.
यह भी पढ़ें: छुट्टियां मौत में बदलीं, गोवा के नाइटक्लब अग्निकांड में तबाह हो गया दिल्ली का ये पूरा परिवार

क्लब अग्निकांड की जांच और कार्रवाई
अब तक क्लब के ऑपरेशन से जुड़े पांच मैनेजरों को गिरफ्तार किया जा चुका है. वहीं गोवा सरकार ने तीन अधिकारियों को सस्पेंड किया है, जिन पर बिना उचित जांच के क्लब को परमिट देने का आरोप है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने राज्य के सभी नाइट क्लब, शैक्स और हाई-फुटफॉल वेन्यू का फायर सेफ्टी ऑडिट कराने का आदेश दिया है. लूथरा ब्रदर्स का दूसरा क्लब 'रोमियो लेन' वागाटर में भी सील कर दिया गया है.