गोवा में हुई बर्च बाई रोमियो लेन की भयावह आग की घटना के बाद बड़ा खुलासा हुआ है. लूथरा ब्रदर्स का एक और क्लब वागातोर बीच की पहाड़ी पर बनाया गया था, जो पूरी तरह अवैध रूप से संचालित हो रहा था. यहां न तो फायर सेफ़्टी के नियम लागू थे और न ही अन्य सुरक्षा मानकों का पालन किया गया. सबसे चौंकाने वाली बात यह कि क्लब सरकारी जमीन पर बना था.
सब कुछ अवैध तरीके से चल रहा था
इस गंभीर उल्लंघन की शिकायतें पुलिस, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, कोस्टल जोन रेगुलेटरी बोर्ड और टाउन एंड कंट्री प्लानिंग विभाग तक की गईं, लेकिन कहीं से कोई कार्रवाई नहीं हुई. शिकायतकर्ता और सामाजिक कार्यकर्ता रवि हरमालकर को लूथरा ब्रदर्स की ओर से धमकियां तक मिलीं.
कोर्ट के आदेश के बावजूद दिखावटी कार्रवाई की गई
मामला आखिरकार बॉम्बे हाई कोर्ट (गोवा बेंच) पहुंचा, जिसने क्लब को गिराने का आदेश दिया. लेकिन आदेश का सिर्फ औपचारिक पालन कर हल्की-फुल्की तोड़फोड़ की गई और क्लब चलता रहा. कोर्ट अवमानना याचिका पर पर्यटन विभाग ने भी डिमोलिशन आदेश दिए, फिर भी सिर्फ दिखावटी कार्रवाई हुई. क्लब दोबारा बीच पर लकड़ी के प्लैंकों, कीलों और जोड़ के सहारे तैयार कर ग्राहकों को सेवाएं देता रहा.
कैसे सील हुआ क्लब?
आखिरकार बर्च हादसे में 25 लोगों की मौत और कई घायल होने के बाद सरकार हरकत में आई और इस क्लब को सील कर दिया गया. विजुअल से दिखा कि क्लब बीच पर ही मौजूद है और हाई टाइड में समुद्री लहरें सीधे इसके लॉफ्ट से टकराती हैं. हरमालकर ने इसे “टिक-टिक करता टाइम बम” बताया और कहा “किसी भी वक्त फिर से एक दुर्घटना हो सकती थी.”
लूथरा ब्रदर्स को संरक्षण कौन दे रहा था?
कानून तोड़ते हुए, सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा करते हुए, बिना लाइसेंस क्लब चलाने के बावजूद, किसने इन्हें खुली छूट दी? हरमालकर का दावा है कि लूथरा ब्रदर्स की राजनीतिक रसूख इतनी मजबूत है कि उन्हें IAS और IPS अधिकारियों का भी संरक्षण प्राप्त था.
बर्च हादसा और फरार आरोपी
गोवा के अर्पोरा स्थित ‘बर्च बाई रोमियो लेन’ क्लब में हुई आग ने सब कुछ राख कर दिया. यह स्थिति अपूरणीय दुख और भारी पीड़ा का क्षण था, यह बयान क्लब के मालिक सौरभ लूथरा ने दिया. हादसे में 25 लोगों की मौत हुई. 6 अन्य घायल हुए.
गोवा पुलिस ने सौरभ और उसके छोटे भाई गौरव के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर दिया है. आग लगने के तुरंत बाद दोनों गोवा से निकल गए और फुकेट भाग गए.
कौन हैं लूथरा ब्रदर्स?
रोमियो लेन की वेबसाइट बताती है कि सौरभ लूथरा “गोल्ड मेडलिस्ट इंजीनियर से रेस्तरां उद्यमी” बने. उन्हें फोर्ब्स इंडिया में भी फीचर किया गया है. वह रोमियो लेन की चेयरमैनशिप संभालते हैं, जिसके दिल्ली, गोवा, गुरुग्राम सहित कई अन्य शहरों में आउटलेट हैं. उनके कई क्लब पहले लॉन्च हुए, हालांकि कुछ बंद भी हो गए. गोवा में उनका क्लब सबसे बड़ा और सबसे सफल माना जाता था. सूत्रों के अनुसार, वे गौड़ सिटी, नोएडा में एक और क्लब लॉन्च करने की तैयारी कर रहे थे.
सौरभ के दुबई में भी एक आवासीय संपत्ति होने की जानकारी है. फिलहाल दोनों भाइयों के फ़ोन स्विच ऑफ हैं और उनकी लोकेशन सोशल मीडिया सहित इलेक्ट्रॉनिक तरीकों से ट्रैक की जा रही है. इंस्टाग्राम पर जारी बयान में सौरभ ने इस त्रासदी को गहरे दुख और कंपा देने वाली घटना बताया.