केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा लोकसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर पेश किए गए श्वेत पत्र पर चर्चा हुई. सीतारमण ने 'भारतीय अर्थव्यवस्था पर श्वेत पत्र' पर चर्चा के दौरान कहा कि अर्थव्यवस्था पर सही जानकारी के लिए श्वेत पत्र लेकर आए हैं. उन्होंने कहा कि यह सदन भारतीय अर्थव्यवस्था और भारत के लोगों के जीवन पर इसके प्रभाव पर श्वेत पत्र पर विचार करेगा. निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारे लिए देश सबसे पहले आता है. यही वजह है कि हमारे बीते दस साल में देश की अर्थव्यवस्था इतनी मजबूत हुई कि आज ये विश्व की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था है. सीतारमण ने कहा कि यूपीए ने फैमिली फर्स्ट नीति रखकर अर्थव्यवस्था को बदहाल कर डाला. उनके लिए फैमिली फर्स्ट है.
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वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि हमारी सरकार ने देश को सबसे पहले रखा. हमने सही नीयत के साथ काम किया. नीयत और नियम सही हो तो परिणाम अच्छे आते हैं. यही वजह है कि आज देश की आर्थव्यवस्था तेजी से आगे बढ़ रही है.
उन्होंने कॉमनवेल्थ गेम्स घोटाला, कोल स्कैम, एनपीए, कोल ब्लॉक एलोकेशन जैसे मुद्दों के जरिए यूपीए सरकार पर निशाना साधा. यूपीए ने कोयले को राख बना दिया था लेकिन मोदी सरकार ने अपने तप से कोयले को हीरा बना दिया. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को लोकसभा में भारतीय अर्थव्यवस्था पर 59 पेज का श्वेत पत्र पेश किया था.
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कांग्रेस नेता मनीष तिवारी ने शुक्रवार को सरकार की ओर से लाए गए श्वेत पत्र को 'राजनीतिक घोषणा पत्र' बताया. कांग्रेस सांसद राजीव शुक्ला ने कहा, "मुझे ये श्वेत पत्र हास्यास्पद लगता है. मनमोहन सरकार की योजनाओं को आगे बढ़ाकर मौजूदा भाजपा सरकार सारा श्रेय ले रही है. चंद्रयान तक को मनमोहन सरकार ने मंजूरी दी थी. खाद्य सुरक्षा बिल मनमोहन सिंह ने पास किया था.