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Dwarka Expressway: 16 लेन का एक्सप्रेसवे, 34 लेन का टोल प्लाजा, सर्विस रोड भी 8 लेन की, ऐसा है देश का पहला एलिवेटेड एक्सप्रेसवे

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करीब नौ हजार करोड़ की लागत से बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे का उद्घाटन कर दिया है. कुल 29.5 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे में से 19 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम से होकर गुजरता है. आइए जानते हैं कैसा देश के पहले एलिवेटेड एक्सप्रेसवे की खासियत.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यानी 11 मार्च को हरियाणा के गुरुग्राम में देश के पहले एलिवेटेड एक्सप्रेसवे द्वारका एक्सप्रेस-वे का लोकार्पण किया. इस कार्यक्रम में हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय एवं मुख्यमंत्री मनोहर लाल सहित केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी व केंद्रीय राज्य मंत्री राव इंद्रजीत सिंह मौजूद रहें. पीएम मोदी ने अपने आधिकारिक एक्स हैंडल से देश के पहले एलिवेटेड एक्सप्रेसवे की कुछ तस्वीरें शेयर की हैं. आइए जानते हैं कैसा देश के पहले एलिवेटेड 8 लेन एक्सप्रेस वे की खासियत.

9000 की लागत से तैयार हो रहा एक्सप्रेस वे
देश को करीब नौ हजार करोड़ की लागत से बन रहे द्वारका एक्सप्रेसवे की सौगात मिली है. कुल 29.5 किलोमीटर के एक्सप्रेसवे में से 19 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम से होकर गुजरता है. इसे अंतिम रूप देने के लिए एनएचएआई के अधिकारी सुधार और सौंदर्यीकरण के कार्यों में जुटे हैं. वहीं, दिल्ली में करीब नौ किलोमीटर पैच का काम जून माह तक पूरा होने की संभावना है.

हरियाणा के इन हिस्सों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेस वे
देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड 8 लेन एक्सेस कंट्रोल एक्सप्रेस वे लगभग 9000 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जा रहा है. इसमें 9 किलोमीटर लंबाई में सिंगल पिलर पर आठ लेन का 34 मीटर चौड़ा एलिवेटेड रोड भी है जो कि देश में अपनी तरह का पहला एलिवेटेड रोड है. हरियाणा में यह एक्सप्रेसवे पटौदी रोड (SH-26) में हरसरू के पास और फरुखनगर (SH-15A) में बसई के पास मिलेगा. इसके अलावा यह दिल्ली-रेवाड़ी रेल लाइन को गुरुग्राम के सेक्टर-88 (B) के पास और भरथल में भी क्रॉस करेगा. एक्सप्रेस-वे गुरूग्राम जिला में प्रस्तावित ग्लोबल सिटी के साथ-साथ सेक्टर – 88, 83, 84, 99, 113 को द्वारका सेक्टर-21 से जोड़ेगा. 

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16 लेन का एक्सप्रेसवे, 34 लेन का टोल प्लाजा
16 लेन के इस एक्सप्रेस वे पर 34 टोल गेट बनाए गए हैं.  इसको इस तरह डिजाइन किया गया है कि यहां से गुजरने वाले ट्रैफिक में किसी तरह का व्यवधान न आए. वहीं, इस एक्सप्रेस वे पर सर्विस रोड भी चार लेन की है.  

दिल्ली और एयरपोर्ट को मिलेगी बेहतर कनेक्टिविटी
द्वारका एक्सप्रेस वे की हरियाणा वाले हिस्से में लंबाई 18.9 किलोमीटर और दिल्ली वाले में 10.1 किलोमीटर है. खास बात है कि टनल, अंडरपास, फ्लाईओवर तथा फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाई ओवर भी होगा. गुरुग्राम और दिल्ली के IGI एयरपोर्ट के बीच कनेक्टिविटी बेहतर होगी. साथ ही,  गुरूग्राम और NCR क्षेत्र को सीधा फायदा मिलेगा. इस एक्सप्रेस वे से नए सेक्टरों में रहने वाले लोगों को भी फायदा मिलेगा.

चार हिस्सों में विभाजित है एक्सप्रेसवे
एक्सप्रेसवे को चार हिस्सों में विभाजित किया गया है. इसमें पहला हिस्सा महिपालपुर के पास शिव मूर्ति से द्वारका तक जोड़ता है.दूसरा द्वारका अर्बन एक्सटेंशन रोड (यूईआर) से बजघेरा तक जोड़ता है. तीसरा हिस्सा बजघेरा से बसई रेल ओवरब्रिज (दिल्ली-हरियाणा बॉर्डर) है. चौथा हिस्सा बसई आरओबी से खेड़की दौला तक है. इसमें गुरुग्राम में पड़ने वाले राजमार्ग के हिस्से में क्लोवरलीफ इंटरचेंज शामिल है, यह दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेस वे (एनएच -48) और खेड़की दौला के पास दक्षिणी पेरिफेरल रोड (एसपीआर) को जोड़ेगा. 

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