उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से कांग्रेस के सांसद इमरान मसूद का एक वीडियो वायरल हो रहा था. इस वीडियो में इमरान मसूद वक्फ बिल को लेकर यह कहते नजर आ रहे थे कि अगर मस्जिदें नहीं होंगी तो नमाज़ कहां पढ़ी जाएगी? कब्रिस्तान नहीं होंगे तो लाश कहां दफन की जाएगी? ईदगाह की तो बात ही छोड़ दीजिए. हम सत्ता में आए तो इसका इलाज घंटेभर में कर देंगे.
वीडियो वायरल हुआ तो सियासी विवाद खड़ा हो गया. इस बयान और विवाद पर अब इमरान मसूद की सफाई आई है. इमरान मसूद ने आज तक से बात करते हुए कहा है कि किसी को चेतावनी नहीं दी है. हमारा विरोध भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ है, किसी समाज के खिलाफ नहीं. उन्होंने ये भी कहा है कि मेरा पूरा बयान सुनिए. हमने कहा है कि हम सरकार में आएंगे तो यह कानून खारिज कर देंगे.
इमरान मसूद ने कहा कि हमने अपने बयान में यह भी कहा है कि हिंसा की कोई जगह नहीं है और मुर्शिदाबाद की घटना का भी जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि हम लोकतंत्र, कानून और संविधान को मानने वाले लोग हैं. वायरल वीडियो हैदराबाद का बताया जा रहा है, जहां वह ऑल इंडिया मुस्लिम मिल्ली काउंसिल के कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे थे.
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इमरान मसूद ने अपने संबोधन में कहा था कि यह लोकतंत्र है, राजशाही नहीं है. जिस दिन हम सत्ता में आ जाएंगे, उस दिन इसे एक घंटे में उखाड़ कर फेंक देंगे. घंटे भर में इलाज कर देंगे. हम एक घंटे में इलाज करना जानते हैं. उन्होंने संविधान के दायरे में रहकर वक्फ कानून के विरोध का आह्वान किया था और कहा था कि जहां-जहां हमारी सरकारें हैं, विपक्षी दलों की सरकारें हैं, वहां-वहां ये कानून किसी हाल में लागू न हो.