राजस्थान में मेधावी छात्राओं के लिए शुरू की गई कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत खरीदी गईं हजारों स्कूटी के कबाड़ में तब्दील होने के मामले में सीएम भजनलाल ने तुरंत कार्रवाई के निर्देश दिया है. आजतक ने प्रमुखता से दिखाया था, जिसका बड़ा असर हुआ है.
सीएम भजनलाल ने इस मुद्दे पर एक उच्चस्तरीय बैठक बुलाई, जिसमें स्कूटी निर्माता कंपनी टीवीएस के उपाध्यक्ष सहित वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया. बैठक में स्कूटी को ठीक करने और दो महीने के भीतर उनका वितरण शुरू करने के सख्त निर्देश दिया गया है.
एक-एक हजार के लॉट में ठीक होंगी स्कूटी
बताया जा रहा है कि ये स्कूटियां एक-एक हजार के लॉट में ठीक होंगी, जिसके बाद इन्हें छात्राओं को दिया जाएगा. अगले दस दिनों में 2022-23 की मेधावी छात्रों को एक हजार स्कूटियों बांधी जाएंगी.
राजस्थान HC में भी होगी सुनवाई
इस बीच स्कूटी वितरण में देरी को लेकर राजस्थान हाईकोर्ट में भी एक मामला दर्ज किया गया है, जिसकी सुनवाई शुक्रवार को होनी है. हाईकोर्ट में इस मामले को लेकर सरकार से जवाब मांगा गया है कि आखिर क्यों इतनी बड़ी संख्या में स्कूटी बिना वितरण के खराब हो रही हैं.
कबाड़ हो रही हैं हजारों स्कूटियां
दरअसल, छात्राओं को पढ़ाई के प्रति प्रोत्साहन करने के लिए सरकार ने देवनारायण छात्रा स्कूटी वितरण एवं प्रोत्साहन राशि योजना,कालीबाई भील मेधावी छात्र स्कूटी योजना और इंदिरा पर्यदर्शनी योजन के तहत मेधावी छात्राओं को स्कूटी दी जाती है.
इसी योजना के तहत वितरित होने के लिए साल 2023-24 में हजारों स्कूटियां आई थीं, लेकिन सियासत की भेंट चढ़ी इस योजना की 24 हजार स्कूटियां दो-तीन साल से कबाड़ हो रही हैं.
भरतपुर में भी कबाड़ हो रही हैं स्कूटी
वहीं, भरतपुर जिले कि बात करें तो स्कूटी वितरण योजना का नोडल कार्यालय आरडी गर्ल्स कॉलेज को बनाया गया, जहां आज भी करीब 45 स्कूटी करीब दो वर्ष से पड़ी हुई हैं. जिनको छात्राओं को वितरित नहीं किया जा सका है. अब खड़ी खड़ी ये स्कूटी कबाड़ बनती जा रही है.
आरडी गर्ल्स कॉलेज की प्राचार्य सुजाता चौहान ने बताया कि लोकसभा चुनाव के दौरान लगी आचार संहिता की वजह से स्कूटी वितरण नहीं हो सकीं, लेकिन उसके बाद से लगातार स्कूटी वितरण का काम जारी है. वर्ष 2024-25 की स्कूटी वितरण की लिस्ट भी हमारे पास आ चुकी है, जिस पर काम चल रहा है. सत्र 2023-24 में 411 स्कूटी जिले में छात्रों के लिए वितरण के लिए आई थीं. 392 स्कूटी एप्रूव हुई थी जिनमें से 332 छात्राओं को स्कूटी दे दी गई है. फिलहाल हमारे पास 45 स्कूटी रखी हुई है और डीलर से बात हो गई है.