नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने भारतीय पासपोर्ट धारकों के लिए ऑनलाइन वीजा एप्लीकेशन सिस्टम शुरू किया है. इस नए सिस्टम से आवेदकों को बार-बार व्यक्तिगत रूप से चीनी दूतावास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. बीजिंग ने यह कदम ऐसे समय उठाया है, जब भारत और चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर हुए सैन्य गतिरोध के बाद द्विपक्षीय संबंधों को धीरे-धीरे सामान्य करने की दिशा में सतर्क प्रयास कर रहे हैं.
न्यूज एजेंसी पीटीआई ने एक चीनी ऑनलाइन न्यूज पोर्टल 'ग्रेटर बे एरिया' (GBA) के हवाले से बताया, 'नई दिल्ली स्थित चीनी दूतावास ने चाइना ऑनलाइन वीजा एप्लिकेशन सिस्टम लॉन्च किया है, जिसके तहत भारतीय नागरिक डिजिटल रूप से वीजा आवेदन कर सकेंगे. इस सिस्टम की जानकारी चीनी दूतावास ने अपने आधिकारिक वीचैट अकाउंट के जरिए दी है. ऑनलाइन वीजा सेवा 22 दिसंबर से लागू हो गई है. आवेदक निर्धारित वीजा पोर्टल पर फॉर्म भरकर आवश्यक दस्तावेज अपलोड कर सकते हैं.'
रिपोर्ट के अनुसार, यह ऑनलाइन प्लेटफॉर्म टूरिस्ट (L), बिजनेस (M), स्टूडेंट (X) और वर्क (Z) वीजा जैसी कई श्रेणियों को कवर करेगा. आवेदक ऑनलाइन फॉर्म भरने, दस्तावेज अपलोड करने और बायोमेट्रिक अपॉइंटमेंट शेड्यूल करने की सुविधा पा सकेंगे. हालांकि बायोमेट्रिक प्रक्रिया के लिए एक बार चीनी दूतावास जाना जरूरी होगा, लेकिन कुल मिलाकर वीजा प्रक्रिया में दो बार की जगह केवल एक बार ही व्यक्तिगत उपस्थिति देनी होगी.
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इस सिस्टम के जरिए वीजा आवेदन की स्थिति को रियल-टाइम में ट्रैक किया जा सकेगा. इसके अलावा वीजा फी का भुगतान भारतीय रुपये में UnionPay के माध्यम से किया जा सकेगा, जिससे फॉरेन मनी एक्सचेंज पर होना वाला अतिरिक्त खर्च बचेगा. ऑनलाइन वीजा सुविधा की शुरुआत भारत-चीन संबंधों में धीरे-धीरे सुधार के संकेत के तौर पर देखी जा रही है. हाल ही में भारत ने चीनी पेशेवरों के लिए बिजनेस वीजा जारी करने की प्रक्रिया को तेज किया था, हालांकि अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि सुरक्षा जांच प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
बता दें कि मई 2020 में पूर्वी लद्दाख में दोनों देशों के बीच सैन्य गतिरोध शुरू होने के बाद भारत ने चीनी नागरिकों के लिए टूरिस्ट वीजा जारी करने पर रोक लगा दी थी. इस साल जुलाई में भारत ने चीनी नागरिकों को फिर से टूरिस्ट वीजा देना शुरू किया, जिसे दोनों देशों के रिश्तों में नरमी की दिशा में अहम कदम माना गया. इसके अलावा दोनों देशों के बीच अक्टूबर में डायरेक्ट फ्लाइट सर्विस भी दोबारा शुरू हो गई. हाल के महीनों में भारत और चीन ने कई अहम फैसले लिए हैं. इनमें कैलाश मानसरोवर यात्रा की बहाली, और राजनयिक संबंधों के 75 वर्ष पूरे होने के अवसर पर संयुक्त कार्यक्रम आयोजित करने की योजना शामिल है.