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मैंने पैसे लिए इसका सबूत कहां है... 'कैश फॉर क्वेरी' के सभी आरोपों को महुआ मोइत्रा ने किया खारिज

कैश फॉर क्वेरी केस में TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि कोई भी आरोप लगा सकता है, लेकिन आरोपों को साबित करने की जिम्मेदारी हमेशा शिकायतकर्ता की होती है. मैंने संसद की एथिक्स कमेटी को सौंपे गए हलफनामे को पढ़ा है. हलफनामे में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि मुझे 2 करोड़ रुपये नकद दिए गए थे.

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TMC सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)
TMC सांसद महुआ मोइत्रा (फाइल फोटो)

कैश फॉर क्वेरी केस में TMC सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा कि कोई भी आरोप लगा सकता है, लेकिन आरोपों को साबित करने की जिम्मेदारी हमेशा शिकायतकर्ता की होती है. मैंने संसद की एथिक्स कमेटी को सौंपे गए हलफनामे को पढ़ा है. हलफनामे में इस बात का कोई जिक्र नहीं है कि मुझे 2 करोड़ रुपये नकद दिए गए थे. महुआ मोइत्रा ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे की ओर से लगाए गए सभी आरोपों को भी सिरे से खारिज कर दिया.

इंडिया टुडे से बात करते हुए टीएमसी सांसद ने कहा कि अगर मुझे सवाल पूछने के एवज में कैश दिया गया था तो प्लीज डेट भी मेंशन करें कि ये कब हुआ. साथ ही कहा कि सभी दस्तावेजी साक्ष्य भी प्रदान करें. महुआ ने निशिकांत दुबे के इस आरोप के लिए भी उनकी आलोचना की कि कारोबारी दर्शन हीरानंदानी ने लोकसभा में पीएम मोदी और गौतम अडानी के खिलाफ सवाल उठाने के लिए उन्हें कैश दिया था.

टीएमसी सांसद ने कहा कि सार्वजनिक रूप से एक हलफनामा चल रहा है कि दर्शन हीरानंदानी ने मुझे कैश दिया है. हालांकि, दर्शन ने अपने हलफनामे में कैश का कोई जिक्र नहीं किया है. उन्होंने कहा कि आपके पास एक व्यक्ति है, जिसका मेरे साथ धुंधला रिश्ता है, जो बिना सबूत के आरोप लगा रहा है कि मैंने 2 करोड़ नकद रुपये लिए हैं.

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महुआ ने कहा कि बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और वकील जय अनंत देहाद्रई को गुरुवार को संसद की एथिक्स कमेटी ने पूछताछ के लिए बुलाया था. कमेटी ने 14 बार पूछा कि क्या उनके पास कोई सबूत या कोई डॉक्यूमेंट है. मोइत्रा ने कहा कि यह पूरी बात एक झूठ है. उन्होंने कहा कि अगर दर्शन हीरानंदानी सरकारी गवाह हैं, तो उन्हें तुरंत संसदीय पटल पर सबूत रखना चाहिए और बताना चाहिए कि उन्होंने मुझे कब और कहां नकदी दी है.

31 अक्टूबर को एथिक्स कमेटी के समक्ष पेश होंगी महुआ

बता दें कि कैश फॉर क्वेरी मामले में TMC सांसद महुआ मोइत्रा को संसद को संसद की एथिक्स कमेटी ने 31 अक्टूबर को पेश होने के लिए समन भेजा है. एथिक्स कमेटी के अध्यक्ष विनोद सोनकर ने बताया कि समिति ने बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे औऱ वकील जय अनंत देहाद्रई को पूछताछ के लिए बुलाया था. 

बीजेपी सांसद ने की थी महुआ के खिलाफ शिकायत

बीजेपी सांसद निशिकांत ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को एक पत्र लिखा था और टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ आरोपों की जांच के लिए एक कमेटी गठित करने का आग्रह किया था. उन्होंने महुआ को तत्काल प्रभाव से सदन से सस्पेंड करने की भी मांग की थी. स्पीकर को लिखे अपने पत्र में कहा था निशिकांत दुबे ने कहा था कि मोइत्रा ने हाल तक संसद में जो 61 सवाल पूछे थे, उनमें से 50 अडानी समूह पर फोकस थे. 

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