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Bihar Political Crisis: जीतन राम मांझी ने शुरू की तोल-मोल, 'नई सरकार' में मांगे दो मंत्री पद!

सूत्रों के मुताबिक, सामने आया है कि थोड़ी ही देर पहले पीएम मोदी के साथ रहने का दावा करने वाले जीतन राम मांझी ने घंटे भर के भीतर मोल-भाव करना और शर्तें रखना शुरू कर दिया है. मांझी के चार विधायक हैं और उन्होंने 2 मंत्री पद मांगे हैं. उन्होंने कहा है कि नई सरकार में दो मंत्री HAM के हों. 

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बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)
बिहार के पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (फाइल फोटो)

बिहार में राजनीतिक संकट जारी है. क्या होने वाला है, इसे लेकर अभी स्थिति स्पष्ट नहीं है. बयानबाजियां, बैठकों के दौर और कयासों का सिलसिला लगातार जारी है. कौन किस पार्टी में है और कौन किसे छोड़कर जा सकता है, इसे लेकर अटकलें चल रही हैं. इसी बीच जीतन राम मांझी की पार्टी HAM से बड़ी खबर सामने आई है. पहले तो मांझी ने कहा कि जहां पीएम मोदी वहां HAM, लेकिन अब उन्होंने भी तोल-मोल करना शुरू कर दिया है. 

मांझी करने लगे मोल-भाव
सूत्रों के मुताबिक, सामने आया है कि थोड़ी ही देर पहले पीएम मोदी के साथ रहने का दावा करने वाले जीतन राम मांझी ने घंटे भर के भीतर मोल-भाव करना और शर्तें रखना शुरू कर दिया है. मांझी के चार विधायक हैं और उन्होंने 2 मंत्री पद मांगे हैं. उन्होंने कहा है कि नई सरकार में दो मंत्री HAM के हों. 

यह भी पढ़िएः मांझी लगाएंगे पार! राहुल गांधी ने किया फोन, दिया INDIA गठबंधन में आने का न्योता

मांझी ने कहा था, जहां NDA वहां 'HAM'
मांझी की पार्टी 'HAM' ने शनिवार को विधायक दल की बैठक की. बैठक खत्म होने के बाद सामने आया था कि मांझी NDA के साथ ही हैं. मांझी की ओर से दो टूक कहा गया था कि जहां पीएम मोदी, वहां 'HAM'. उनके इस कथन से जहां तेजस्वी यादव को बड़ा झटका लगा है तो वहीं, राहुल गांधी के लिए भी ये करारे झटके वाली बात थी.

बिहार में पल-पल बदलते सियासी समीकरण सामने आने के बाद सामने आया था कि, सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और 'HAM' के मुखिया जीतन राम मांझी से कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फोन पर बात की थी. राहुल ने जीतन राम मांझी को इंडिया गठबंधन में आने का न्योता दिया गया है. सूत्रों की मानें तो भूपेश बघेल मांझी से मुलाकात कर सकते हैं.

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जीतन राम मांझी क्यों अहम?
जीतन राम मांझी के लिए कहा जा रहा था कि वह आरजेडी की नैया पार लगाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं, साथ ही वह एनडीए के लिए भी बेहद अहम हैं. क्योंकि जीतनराम की पार्टी HAM के 4 विधायक हैं, अगर आरजेडी उन्हें अपने पाले में ले लेती है, तो महागठबंधन 118 सीटों का आकंड़ा छू लेगा. इसमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और लेफ्ट के 16 विधायक भी शामिल हैं.अगर AIMIM का एक और एक निर्दलीय विधायक भी महागठबंधन के साथ जाते हैं तो ये आंकड़ा 120 तक पहुंच जाएगा. हालांकि सरकार बनाने के लिए 2 विधायकों की जरूरत तब भी पड़ेगी.

हालांकि जीतनराम मांझी ने बिहार के सियासी संकट पर कहा था कि राजनीति में कोई किसी का दोस्त नहीं है और कोई किसी का परमानेंट दुश्मन नहीं होता है. वहीं, बीजेपी के सहयोगी और पूर्व सीएम जीतन राम मांझी के बेटे संतोष कुमार सुमन ने दावा किया है कि बिहार सरकार एक-दो दिन में गिर सकती है.

 

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