आज मीडिया में एक रिपोर्ट आई कि भारत सरकार जम्मू-कश्मीर से सेना की तैनाती कम करने और धीरे-धीरे धीरे ख़त्म करने के बारे में सोच रही है. लगभग साढ़े तीन साल पहले जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म किया गया था. उसके बाद साल दो साल तक घाटी में इंटरनेट सेवा बंद रखी गई.
कई कोशिशें की गईं कि राज्य के हालात सामान्य हो सकें और दिख भी सकें. अब सिचुएशन नॉर्मल करने के अगले चरण में सेना को हटा कर वहां सीआरपीएफ़ तैनात करने की बात सामने आ रही है, सेना को सिर्फ़ सीमा पर तक सीमित रखा जाएगा... फ़िलहाल तो ये सभी बातें मीडिया रिपोर्ट के हवाले से कही जा रही है, सरकार की ओर से अभी कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है. ‘दिन भर’ में सुनने के लिए क्लिक करें
आज सुबह ED ने छत्तीसगढ़ में दस बारह ठिकानों पर छापे मारें, इनमें से कुछ ठिकाने कांग्रेस के नेताओं से भी जुड़े थे, ED ने बताया कि ये छापे राज्य में हुए कोयला घोटालों की जांच से जुड़े हैं. उनका दावा है कि राज्य के कई नेता और व्यापारी छत्तीसगढ़ में कोयला ट्रांसपोर्टेशन पर टन के हिसाब से 25 रुपये की वसूली करते रहे हैं.
इसके ज़रिए अवैध संपत्ति खड़ी की है. हालांकि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन छापों को राजनीति से प्रेरित बताया और कहा कि भाजपा भारत जोड़ो यात्रा और रायपुर में होने वाले कांग्रेस अधिवेशन से डरी हुई है और ये छापे अदाणी मामले से ध्यान भटकाने के लिए किए जा रहे हैं. ‘दिन भर’ में सुनने के लिए क्लिक करें
रूस- यूक्रेन की जंग को एक साल पूरा होनेवाला है, लेकिन उसके पहले आज अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने दुनिया को दंग कर दिया. वो पोलैंड के दौरे पर थे मगर एक घंटे ट्रेन का सफर करके कीएव जा पहुंचे. रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी को इस दौरे की भनक तक नहीं लगने दी गई. बाइडेन ने यूक्रेनी प्रेसिडेंट वोलदिमिर जेलेंस्की से मुलाकात करके साझा बयान जारी किया. बाइडेन ने बयान में कहा कि साल भर पहले पुतिन को लगा था यूक्रेन कमज़ोर है और यूरोप बंटा हुआ. वो सोच रहे थे कि हमें थका देंगे मगर वो गलत थे.
इसके पहले अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने रविवार को चीन पर आरोप लगाया था कि वो जंग में रूस की मदद कर रहा है. आज के दौरे के बाद दुनिया भर में एक्सपर्ट्स बाइडेन के इस कदम का अपने अपने ढंग से मतलब निकाल रहे हैं. ‘दिन भर’ में सुनने के लिए क्लिक करें.
और अब बात क्रिकेट की. दिल्ली टेस्ट में जीत के साथ टीम इंडिया ने सीरीज में 2-0 की बढ़त हासिल कर ली है. इसका मतलब ये है कि बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी इंडिया के पास ही रहेगी. अगले दो टेस्ट मैच इंदौर और अहमदाबाद में होने हैं और इसके लिए कल टीम अनाउंस कर दी गई है. फैन्स चाहेंगे कि बाक़ी बचे दोनों टेस्ट मैच भी इंडिया जीते और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में आराम से पहुंचे. लेकिन फैन्स की एक और चाहत है, जो सोशल मीडिया पर लगातार छलक रही है और वो ये कि ख़राब फॉर्म से जूझ रहे केएल राहुल को प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जाए. क्योंकि नागपुर के बाद दिल्ली टेस्ट में भी राहुल का बल्ला ख़ामोश रहा, और दोनों पारियों में वह 17 और 1 रन बना सके.
राहुल कितने आउट ऑफ़ टच हैं कि अब तक इस सीरीज में उनसे ज़्यादा रन अक्षर पटेल, आर अश्विन और मोहम्मद शमी के हैं. शायद इसीलिए सेलेक्टर्स ने अगले दो टेस्ट मैचों के लिए के एल राहुल को टीम में तो रखा है लेकिन उनसे उपकप्तानी का दायित्व छीन लिया है. अब क्या प्लेइंग इलेवन में राहुल अपनी जगह बचा पाएंगे या शुभमन गिल के लिए रास्ता छोड़ेंगे और ज़रूरत पड़ने पर वाईस कैप्टन का रोल कौन निभाएगा. ‘दिन भर’ में सुनने के लिए क्लिक करें