हरियाणा में कुर्सी छिन जाने के बाद लगातार अनिल विज की नाराजगी की खबरें सामने आ रही थी. सामूहिक इस्तीफे के बाद नई कैबिनेट में उन्हें पद से महरूम रहना पड़ा है. वह नए सीएम के शपथग्रहण में भी नहीं पहुंचे. अब उन्होंने कहा कि वह 'बीजेपी के भक्त हैं. परिस्थिती बदलती रहती है. हर परिस्थिती में बीजेपी के लिए काम किया है और अब तो और ज्यादा काम करूंगा.'
अनिल विज नाराजगी की वजह से नए मुख्यमंत्री के शपथग्रहण समारोह से दूर रहे. शपथग्रहण के बाद मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा कि उनका नाम मंत्रियों की लिस्ट में था और उन्हें भी मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना था लेकिन वह नहीं आए. मंगलवार को इससे पहले वह सीएम खट्टर की मीटिंग बीच में ही छोड़कर चले गए थे. इसके बाद से उनकी नाराजगी खुलकर सामने आ गई.
अनिल विज की नायब सिंह सैनी को सीएम बनाए जाने को लेकर नाराजगी बरकरार है. हालांकि नाराजगी के बावजूद फ्लोर टेस्ट के लिए अपनी प्राइवेट गाड़ी से वह अंबाला से चंडीगढ़ पहुंच रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक जेपी नड्डा के द्वारा दो बार फोन किए जाने के बाद वह फ्लोर टेस्ट में शामिल हो रहे हैं. हालांकि, कैबिनेट में शामिल किए जाने लेकर उन्होंने अपनी सहमति नहीं दी है.
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2014 में सीएम की रेस में थे विज
2014 में हरियाणा विधानसभा चुनाव के बाद अनिल विज भी मुख्यमंत्री की रेस में एक चेहरा थे. पार्टी तब अपने बलबूते सत्ता में आई थी. हालांकि, बीजेपी ने तब पहली बार विधायक बने एमएल खट्टर को सीएम पद के लिए चुना था. विज को राज्य कैबिनेट में अहम पद दिए गए थे. वह गृह विभाग के साथ स्वास्थ्य विभाग की जिम्मेदारी भी संभाल रहे थे.
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नायब सिंह बने हरियाणा के नए सीएम
बीजेपी नेता नायब सिंह सैनी ने मंगलवार शाम को मनोहर लाल खट्टर के बाद हरियाणा के नए मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली है. उनका मुख्यमंत्री के रूप में दूसरा कार्यकाल अक्टूबर 2024 में समाप्त होने वाला था. बीजेपी ने अब आगे की ड्राइविंग के लिए लो-प्रोफाइल ओबीसी नेता नायब सिंह सैनी को मुख्यमंत्री बनाया है.
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जेजेपी को बीजेपी ने किया किनारे
आगामी लोकसभा चुनाव से पहले किए गए बड़े बदलाव में पार्टी ने गठबंधन दल जेजेपी को भी किनारे लगा दिया गया है. नायब सिंह रीब 5 बजे चंडीगढ़ के राजभवन में निवर्तमान मुख्यमंत्री और उनके पूर्ववर्ती, खट्टर और हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय की मौजूदगी में शपथ ली. मंच के केंद्र में जाने से पहले, सैनी ने खट्टर का आशीर्वाद भी लिया था, जिन्होंने उन्हें गले लगा लिया.