अनिल विज (Anil Vij) भारतीय जनता पार्टी के एक राजनीतिज्ञ हैं. अंबाला कैंट से बीजेपी विधायक अनिल विज ने सीएम सैनी के दूसरे कार्यकाल में शपथ ली. अनिल विज अंबाला कैंट से विधायक हैं. वह इससे पहले भी राज्य सरकार में गृह और स्वास्थ्य मंत्री रह चुके हैं. 70 के दशक में संघ से जुड़े विज पंजाबी बिरादरी से आते हैं और लगातार सातवीं बार विधायक बने हैं.
15 मार्च 1953 को जन्में विज जब अंबाला कैंट के एसडी कॉलेज में पढ़ रहे थे, तब वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की छात्र शाखा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद में शामिल हो गए. 1970 में, वह एबीवीपी के महासचिव बने. विज ने विश्व हिंदू परिषद, भारत विकास परिषद बीएमएस और ऐसे अन्य संगठनों के साथ सक्रिय रूप से काम किया. विज 1974 में भारतीय स्टेट बैंक में शामिल हुए.
उन्हें गृह मामले विभाग, हरियाणा आयुष, स्वास्थ्य सेवाएं, चिकित्सा शिक्षा, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, और खेल और युवा मामले, विभागों के स्वतंत्र प्रभार के साथ 26 अक्टूबर 2014 को हरियाणा सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शामिल किया गया.
हरियाणा में HR88B8888 नंबर की नीलामी में 1.17 करोड़ रुपये की बोली लगाने वाले व्यक्ति द्वारा रकम जमा न करने पर परिवहन मंत्री अनिल विज ने उसकी आय और संपत्ति की जांच के आदेश दिए हैं. मंत्री ने कहा कि बोली लगाना शौक नहीं, जिम्मेदारी है. व्यक्ति की आर्थिक क्षमता सत्यापित करने के लिए आयकर विभाग को भी पत्र भेजा जाएगा. यह मामला तब सामने आया जब बोलीदाता ने सिर्फ सुरक्षा राशि जमा करवाई थी.
बिहार विधानसभा चुनावों में कांग्रेस को भारी हार का नुकसान करना पड़ा है. जहां कांग्रेस सिर्फ 6 सीटें जीत पाई. इस मुद्दें पर BJP नेता अनिल विज ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. अनिल विज ने तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस को अब रोने का स्कूल खोल लेना चाहिए.
हरियाणा के मंत्री अनिल विज और कांग्रेस नेता कपिल सिब्बल के बीच बिहार चुनाव को लेकर ट्रेनों पर तीखी बहस छिड़ गई है. कपिल सिब्बल ने आरोप लगाया था कि बीजेपी बिहार में वोटरों को ले जाने के लिए विशेष ट्रेनें चला रही है, जिस पर अनिल विज ने पलटवार किया. अनिल विज ने कहा, 'चुनाव में जो रोता है ना वो चुनाव खोता है'.
हरियाणा बीजेपी के कद्दावर नेता और परिवहन मंत्री अनिल विज ने अपनी सोशल मीडिया प्रोफाइल से मिनिस्टर शब्द हटा लिया है. उनके इस कदम से हरियाणा की राजनीति में हलचल मच गई है.
अनिल विज ने पार्टी के साथ किसी भी मतभेद से इनकार किया है. यह पहली बार नहीं है, जब अनिल विज मुख्यमंत्री सैनी के साथ विवादों में रहे हों. विवाद को कमतर आंकते हुए उन्होंने कहा कि मैं पूरे राज्य का काम देखता हूं, मेरे पास अनुभव है, इसलिए मुझे एक-दो सीटें नहीं दी गईं.
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने हिमानी नरवाल मर्डर मामले में कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा कि हिमानी की मां के आरोप बहुत गंभीर हैं. दूसरों को पीछे धकेलकर आगे बढ़ना कांग्रेस की पुरानी आदत है. उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले की गहराई से जांच कर रही है और सच्चाई सामने लाएगी.
हरियाणा के पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने भारतीय जनता पार्टी द्वारा उन्हें दिए गए कारण बताओ नोटिस का जवाब प्रस्तुत किया है. विज ने आठ पन्नों में विस्तार से अपना पक्ष रखा है. उन्होंने कहा कि पार्टी द्वारा उन्हें तीन दिन का समय दिया गया था, लेकिन उन्होंने समय से पहले ही अपना जवाब भेज दिया.
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को लेकर दिए गए बयानों को लेकर उन्हें जो नोटिस भेजा गया था, उसका अनिल विज ने जवाब दे दिया है. यह जवाब 8 पेज का बताया जा रहा है. देखिए VIDEO
अनिल विज ने बीजेपी के नोटिस का जवाब दे दिया है. सीएम नायब सिंह सैनी को लेकर दिए गए बयान के बाद उन्हें पार्टी की तरफ से नोटिस मिला था, जिसका जवाब उन्होंने 8 पेज में दिया है. विज ने यह भी कहा है कि अगर और जवाब चाहिए तो वह देने के लिए तैयार हैं.
अनिल विज ने कहा कि उन्हें नोटिस मीडिया के माध्यम से मिला है लेकिन वो मीडिया के माध्यम से अपना जवाब नहीं देंगे. उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अभी वो वापस आए हैं. अपने घर जाएंगे, ठंडे पानी से नहाएंगे, आराम करेंगे, खाना खाएंगे और उसके बाद तसल्ली से अपना जवाब लिखकर हाईकमान को भेजेंगे.
हरियाणा, महाराष्ट्र और राजस्थान...ये वो तीन राज्य हैं जहां बीजेपी में बगावत देखी जा रही है. हरियाणा में अनिल विज, राजस्थान में किरोड़ी लाल मीणा तो महाराष्ट्र में पंकजा मुंडे बगावती मूड में हैं. ऐसे में ये जानना जरूरी है कि आखिर इन तीनों नेताओं की पार्टी से नाराजगी के कारण क्या हैं और पार्टी इनके इस बागी रुख पर कैसे एक्शन ले रही है...
हरियाणा बीजेपी अध्यक्ष मोहनलाल बडोली की तरफ से अनिल विज को कारण बताओ नोटिस भेजा गया है. नोटिस में लिखा गया है कि आपने सार्वजनिक तौर पर पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी की है. यह बयानबाजी उस वक्त की गई जब पड़ोसी राज्य में पार्टी चुनावी अभियान चला रही थी, जिससे पार्टी की छवि को नुकसान हुआ है.
अनिल विज ने 31 जनवरी को दावा किया कि सार्वजनिक रूप से मामला उठाने के बावजूद उनके विरोधियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई. उन्होंने कहा, '...चूंकि मैं सबसे वरिष्ठ नेता हूं और मैं कह रहा हूं कि मुझे हराने की कोशिश की गई, इसलिए तुरंत कार्रवाई की जानी चाहिए थी... लेकिन 100 दिन बाद भी कुछ नहीं किया गया.' इतना कहने के बाद विज ने सैनी पर तंज भी कसा था.
अंबाला में परिवहन मंत्री अनिल विज ने खुद सड़क पर उतरकर बड़े वाहनों की जांच की और कई डंपरों के दस्तावेज चेक किए. खामियां मिलने पर चालकों को थाने भेजा गया. आरटीओ की लापरवाही पर नाराज विज ने खुद इंचीटेप से वाहनों की ऊंचाई नापी और नशे में मिले चालकों के मेडिकल परीक्षण के आदेश दिए.
हरियाणा के कैबिनेट मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी पर फिर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें 'हवा से उतरकर' मंत्रियों-विधायकों से चर्चा करनी चाहिए. विज ने मोहनलाल बडोली पर लगे गंभीर आरोपों के चलते उनके इस्तीफे की मांग की. दिल्ली चुनाव पर बोलते हुए उन्होंने AAP की हार तय बताई और हरियाणा सरकार की उपलब्धियां गिनाईं.
'नायब जबसे CM बने हैं, हेलिकॉप्टर में रहते हैं...', अनिल विज ने हरियाणा के मुख्यमंत्री पर साधा निशाना
हरियाणा के मंत्री अनिल विज ने सीएम नायब सिंह सैनी के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है. विज ने जहां एक ओर चुनाव के वक्त उन पर हुए हमले का जिक्र किया. वहीं सीएम नायब सैनी पर हर वक्त हेलिकॉप्टर में उड़ते रहने का आरोप लगाया. देखें ये वीडियो.
हरियाणा सरकार में मंत्री अनिल विज ने मुख्यमंत्री सैनी पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव के दौरान उन पर हमला करवाया गया. उन्हें मरवाने की कोशिश की गई. पहले मुझे शक था कि कोई बड़ा नेता इसके पीछे है. लेकिन अब विश्वास है कि इस साजिश के पीछे कोई बड़ा नेता ही है.
अनिल विज ने कहा कि वे हर सोमवार अंबाला कैंट में जनता कैम्प लगाते थे, लेकिन अब उन्होंने इसे भी बंद कर दिया है. साथ ही कहा कि वे अब ग्रीवेंस कमेटी मे भी नहीं जाएंगे, क्योंकि अधिकारी काम ही नहीं करते.
दिल्ली में आम आदमी पार्टी और BJP के बीच CM आवास को लेकर तीखी बहस छिड़ गई है. BJP नेता केजरीवाल की नए आवास को लेकर आलोचना कर रहे हैं. हालांकि, जब AAP ने पलटवार करते हुए प्रधानमंत्री निवास को लेकर सवाल उठाए तो BJP नेता अनिल विज ने कहा कि प्रधानमंत्री ने अपने लिए नया आवास तो नहीं बनाया.
हरियाणा के श्रम मंत्री अनिल विज ने अंबाला में जन शिकायत सत्र के दौरान एसएचओ सतीश कुमार को शिकायतकर्ता की एफआईआर दर्ज न करने के कारण सस्पेंड कर दिया. विज ने पहले एफआईआर दर्ज करने का निर्देश दिया था, लेकिन कार्रवाई में देरी पर नाराजगी जताई. विज ने अधिकारियों को चेतावनी दी कि काम न करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी.