Nayab saini हरियाणा के नए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने बुधवार को विश्वास प्रस्ताव विधानसभा में पारित किया, जो ध्वनिमत से पास हो गया. यानी हरियाणा की नई सरकार फ्लोर टेस्ट में पास हो गई. बता दें कि कल (12 मार्च) मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद सैनी ने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन वाला पत्र सौंपा था. एक दिन पहले ही अचानक मनोहर लाल खट्टर ने सीएम के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके कुछ घंटों बाद ही नायब सिंह सैनी ने नए सीएम के तौर पर शपथ ले ली थी.
हरियाणा की नई नायब सैनी सरकार बुधवार को विधानसभा में हुए फ्लोर टेस्ट में पास हो गई है. आज सदन में प्रस्ताव ध्वनिमत से पास किया गया. हालांकि, इस दौरान विपक्ष यह मांग करता रहा कि प्रस्ताव पर वोटिंग कराई जानी चाहिए.
हरियाणा विधानसभा में जेजेपी के 10 विधायकों के अलावा कांग्रेस से किरण चौधरी, निर्दलीय विधायक बलराज कुण्डू और अभय चौटाला सदन में मौजूद नहीं हैं. कुल 77 विधायक ही सदन में मौजूद हैं. इसलिए अब बीजेपी को विश्वासमत साबित करने के लिए सिर्फ 39 विधायक ही चाहिए. बता दें कि बीजेपी के पास पहले ही 41 विधायक हैं. 6 निर्दलीय विधायक और गोपाल कांडा भी सदन में उपस्थित हैं.
सीएम नायब सैनी ने विश्वासमत पेश कर दिया है. अब इस पर वोटिंग होगी. वहीं, नायाब सरकार के फ्लोर टेस्ट के साथ ही आज जेजेपी विधायकों में फूट पड़ सकती है. बताया जा रहा है कि जेजेपी में विधायकों के दो गुट बन चुके हैं. पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला के साथ नैना चौटाला, अनूप धानक, अमरजीत ढांडा और रामकरण काला हैं. वहीं, पूर्व मंत्री देवेंद्र बबली, रामनिवास सुरजाखेड़ा, रामकुमार गौतम, ईश्वर सिंह और जोगीराम सिहाग नाराज बताए जा रहे हैं. कल दिल्ली में हुई जेजेपी की बैठक में इन 5 विधायकों ने दूरी बनाई थी. इनमें से ही चार आज शपथ ग्रहण समारोह में पहुंचे हैं. नाराज विधायकों की बीजेपी से नजदीकी बढ़ रही है, ऐसे में आज फ्लोर टेस्ट के दौरान जेजेपी विधायकों की फूट नजर आ सकती है. वही हिसार में आज जेजेपी की रैली है, जहां पर जेजेपी की तरफ से आगामी ऐलान किया जाना है. ऐसे में डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला समेत दूसरे विधायक रैली में रहेंगे या विधानसभा में रहेंगे यह भी देखने योग्य है.
(इनपुट: कमलजीत संधू)
दुष्यंत चौटाला के व्हिप जारी करने के बाद भी फ्लोर टेस्ट के दौरान जेजेपी के चार विधायक विधानसभा पहुंच गए हैं. दरअसल, क्रॉस वोटिंग के डर से जेजेपी ने विधायकों को तीन लाइन का व्हिप जारी किया था, जिसमें विश्वासमत के दौरान अनुपस्थित रहने के लिए कहा गया था. इन चार विधायकों के नाम जोगीराम सिहाग, ईश्वर सिंह, रामकुमार गौतम और देवेंद्र बबली है.
आज होने वाले फ्लोर टेस्ट में बागियों को शामिल होने से रोकने के लिए जेजेपी ने सभी विधायकों को व्हिप जारी किया है. तीन लाइन के व्हिप में विधायकों से विश्वासमत के दौरान अनिवार्य रूप से अनुपस्थित रहने के लिए कहा गया है. दरअसल बागी विधायकों के बीजेपी को क्रॉस वोटिंग करने से जेजेपी की फजीहत हो सकती है. इस फजीहत से बचने के लिए ही व्हिप जारी किया गया है.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और कुरुक्षेत्र से सांसद नायब सिंह सैनी ने मंगलवार शाम हरियाणा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली है. उनके साथ पांच मंत्रियों ने भी शपथ ली है. सैनी ने फ्लोर पर बहुमत साबित करने के लिए राज्यपाल से बुधवार को विधानसभा सत्र बुलाने के लिए कहा है. सैनी ने कहा, हमने राज्यपाल को 48 विधायकों के समर्थन का पत्र सौंपा है और उनसे बुधवार को विधानसभा सत्र बुलाने को कहा है ताकि बीजेपी सरकार सदन में अपना बहुमत साबित कर सके. इससे पहले खट्टर ने अपने कैबिनेट मंत्रियों के साथ अचानक इस्तीफा दे दिया था. उसके कुछ घंटे बाद सैनी ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली.
90 सदस्यीय विधानसभा में बीजेपी के 41 सदस्य हैं और उसे सात में से छह निर्दलीय विधायकों के साथ-साथ हरियाणा लोकहित पार्टी के एकमात्र विधायक गोपाल कांडा का भी समर्थन प्राप्त है. सदन में जेजेपी के 10 विधायक हैं. मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस के पास 30 विधायक हैं. जबकि इंडियन नेशनल लोकदल के पास एक विधायक है. लोकसभा चुनाव के लिए सीट बंटवारे को लेकर मतभेद के बीच जेजेपी के साथ बीजेपी का गठबंधन लगभग टूट गया है.
बुधवार को बीजेपी नेता अनिल विज का बयान आया है. उन्होंने कहा, मैं बीजेपी का भगत हूं. परिस्थिति बदलती रहती हैं. मैंने हर परिस्थिति में बीजेपी के लिए काम किया है और अब तो और ज्यादा काम करूंगा.
हरियाणा विधानसभा में थोड़ी देर में फ्लोर टेस्ट होने जा रहा है. सीएम सैनी के साथ पांचों मंत्री भी विधानसभा पहुंच गए हैं. पूर्व सीएम खट्टर भी विधानसभा में माैजूद हैं और विधायकों से बात कर रहे हैं. उधर, नाराज चल रहे पूर्व गृह मंत्री अनिल विज ने कहा कि मैं बीजेपी का भगत हूं. अब और ज्यादा मेहनत करूंगा.