कर्नाटक के मुख्यमंत्री की रेस से ना ही सिद्दारमैया और ना ही डी के शिवकुमार पीछे हटने को तैयार हैं. इस पर आज फैसला हो सकता है. वहीं, अब लल्लन सिंह के मटन–चावल भोज पर बीजेपी और जेडीयू में भिड़ंत ह गई है. पढ़ें, बुधवार सुबह की 5 बड़ी खबरें...
1. सीएम की रेस से पीछे हटने को तैयार नहीं डीके शिवकुमार, क्या CBI-ED-IT जांच उम्मीदों पर लगाएगी ग्रहण?
कर्नाटक में नए सीएम को लेकर रेस तेजी होती जा रही है. कांग्रेस के संकटमोचक डीके शिवकुमार और दिग्गज नेता सिद्धारमैया के बीच मुकाबला है. इसमें डीके अगले मुख्यमंत्री बनने की दौड़ में सबसे आगे हैं. हालांकि, उनके खिलाफ आपराधिक मामले सबसे बड़ी समस्या बन सकते हैं. इतना ही नहीं, सीएम बनने की संभावनाओं पर ब्रेक तक लगा सकते हैं.
2. बिहार: अब मटन–चावल भोज पर भिड़े बीजेपी और जेडीयू, ललन सिंह के दावत पर गरमाई सियासत
मुंगेर से लोकसभा सांसद ललन सिंह अपने संसदीय क्षेत्र में लगातार कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए मटन–चावल का भोज दे रहे हैं. यह भोज अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में चल रहा है लेकिन मुंगेर में दो दिन पहले आयोजित किए गए मटन–चावल भोज के दौरान जो हंगामा देखने को मिला उसके बाद बीजेपी मैं इस दावत पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं.
3. दिल्ली से यूपी तक 122 ठिकानों पर NIA के छापे, लॉरेंस-गोल्डी के करीबियों पर बड़ी कार्रवाई
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने दिल्ली, यूपी, पंजाब से राजस्थान तक देशभर में 122 ठिकानों पर छापेमारी की है. ये छापेमारी गैंगस्टर-खालिस्तानी टेरर नेटवर्क से जुड़े लोगों पर की गई है. बताया जा रहा है कि NIA ने ये छापेमारी लॉरेंस बिश्नोई, गोल्डी बराड़, नीरज बवाना समेत दर्जन भर गैंगस्टर्स के करीबियों पर की गई है.
4. लव जिहाद, धर्मांतरण, जंगलों में ट्रेनिंग... MP में पकड़े गए टेरर मॉड्यूल पर क्या-क्या खुलासे हुए?
50 से ज्यादा देशों में एक्टिव और 16 देशों में प्रतिबंधित संगठन हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े 16 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया है. ये संदिग्ध मध्य प्रदेश और तेलंगाना से गिरफ्तार किए गए हैं. ये संदिग्ध न सिर्फ हमला करने की साजिश रच रहे थे, बल्कि लव जिहाद और धर्मांतरण जैसी गतिविधियों में भी शामिल थे.
उत्तर प्रदेश सरकार में पूर्व मंत्री हरिशंकर तिवारी का मंगलवार शाम निधन हो गया. उन्होंने 86 वर्ष की उम्र में गोरखपुर स्थित आवास पर अंतिम सांस ली. हरिशंकर तिवारी कल्याण सिंह, मायावती और मुलायम सरकार तक में मंत्री रहे. उन्होंने किसी दल से कभी परहेज नहीं किया. वह अलग-अलग दलों से 6 बार विधायक चुने गए. हरिशंकर तिवारी के बड़े बेटे कुशल तिवारी दो बार संत कबीर नगर से सांसद रहे हैं तो छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी चिल्लूपार विधानसभा से बीएसपी विधायक रहे.