असम सरकार ने राज्य को अवैध घुसपैठियों से मुक्त करने के अपने मिशन को आगे बढ़ाते हुए सोमवार को श्रीभूमि जिले से 20 कथित बांग्लादेशी नागरिकों को वापस उनके देश भेज दिया. मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने इस कार्रवाई की जानकारी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर दी है.
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक सीएम सरमा ने लिखा, असम पुलिस ने श्रीभूमि से 20 अवैध घुसपैठियों को वापस बांग्लादेश भेजा है, जहां से वो वास्तव में संबंधित हैं.' उन्होंने आगे कहा कि असम केवल भारतीयों का घर है, अवैध विदेशियों का नहीं जो राज्य की जनसंख्या संरचना को बदलने की कोशिश कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी दावा किया कि हाल के महीनों में 370 से अधिक अवैध घुसपैठियों को बांग्लादेश वापस भेजा गया है. उन्होंने दोहराया कि असम सरकार का लक्ष्य है कि राज्य को पूरी तरह घुसपैठ-मुक्त बनाया जाए.
गौरतलब है कि भारत-बांग्लादेश सीमा की लंबाई पूर्वोत्तर क्षेत्र में 1,885 किलोमीटर है और वहां अक्सर अवैध घुसपैठ की घटनाएं सामने आती रहती हैं. बीएसएफ ने पिछले साल बांग्लादेश में शुरू हुई अशांति के बाद से सीमा पर निगरानी और कड़ी कर दी है.
असम पुलिस भी भारत-बांग्लादेश सीमा पर हाई अलर्ट पर है ताकि कोई भी अवैध रूप से राज्य में प्रवेश न कर सके. अधिकारियों के मुताबिक, राज्य में ऐसे कई क्षेत्रों की पहचान की गई है जहां से घुसपैठ की संभावनाएं ज्यादा होती हैं और वहां विशेष सतर्कता बरती जा रही है.
मुख्यमंत्री सरमा लगातार यह कह रहे हैं कि असम की सांस्कृतिक और जनसांख्यिकीय पहचान को कोई भी चुनौती नहीं दी जा सकती और राज्य सरकार इस दिशा में कठोर कदम उठाती रहेगी.