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स्कूल ड्रेस में निकलीं, कपड़े बदले, पहुंचीं नेपाल... अब मुंबई में मिलीं 9 दिन से लापता दो नाबालिग लड़कियां

महाराष्ट्र में जालना से 9 दिन से लापता दो नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने सुरक्षित बरामद कर उनके परिजनों के हवाले कर दिया. स्कूल जाने के बहाने घर से निकलीं लड़कियों ने रास्ते में कपड़े बदलकर नेपाल घूमने का फैसला किया. इसके बाद लौटकर मुंबई में रहने पहुंचीं. पुलिस की सतर्कता के चलते लड़कियों को ठाणे जिले के कलवा इलाके से बरामद कर लिया गया.

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जालना पुलिस ने लड़कियों को सुरक्षित तरीके से कर लिया बरामद. (Photo: Screengrab)
जालना पुलिस ने लड़कियों को सुरक्षित तरीके से कर लिया बरामद. (Photo: Screengrab)

जालना के बदनापुर में पिछले नौ दिनों से लापता दो नाबालिग लड़कियों को पुलिस ने चुनौतीपूर्ण ऑपरेशन के बाद सुरक्षित बरामद कर लिया. पुलिस ने दोनों लड़कियों को ठाणे जिले के कलवा इलाके से रेस्क्यू कर उनके परिजनों के हवाले कर दिया. इस रेस्क्यू ऑपरेशन में महाराष्ट्र, बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल और मुंबई पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई की.

दरअसल, 1 दिसंबर को बदनापुर की 14 वर्षीय छात्रा और मांजरगांव की 15 वर्षीय छात्रा सुबह स्कूल जाने की बात कहकर घर से निकली थीं. लेकिन रास्ते में उन्होंने कपड़े बदलकर स्कूल न जाकर कहीं और जाने का फैसला किया. जब शाम 5 बजे तक दोनों घर नहीं लौटीं और सहेलियों से पूछताछ में भी उनके लापता होने की पुष्टि हुई, तो परिजनों ने तुरंत पुलिस में शिकायत दर्ज कराई.

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बदनापुर पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को बहला-फुसलाकर ले जाने का मामला दर्ज किया और तीन अलग-अलग टीमों का गठन किया. एक टीम बिहार, उत्तर प्रदेश, नेपाल के लिए भेजी गई, दूसरी टीम मुंबई में खोजबीन के लिए रवाना हुई और तीसरी टीम स्थानीय स्तर पर तलाश में जुटी रही.

टेक्निकल सर्विलांस में यह तथ्य सामने आया कि दोनों लड़कियां नेपाल पहुंच चुकी हैं. इसके बाद पुलिस की एक टीम नेपाल भेजी गई. हालांकि, इस बीच सूचना मिली कि लड़कियां नेपाल से वापस भारत लौटकर मुंबई की ओर आ गई हैं. इसके बाद मुंबई पुलिस को अलर्ट किया गया और ठाणे के कलवा क्षेत्र में दोनों लड़कियों को सुरक्षित बरामद कर लिया गया.

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दोनों लड़कियों ने पुलिस को बताया कि वे अपने मोबाइल सिम कार्ड घर से निकलते समय ही फेंक आई थीं. पूछताछ में लड़कियों ने कहा कि हमने सुना था कि बिना पासपोर्ट नेपाल जाया जा सकता है, इसलिए घूमने के इरादे से नेपाल चले गए. वापस आने के बाद मुंबई में रूम लेकर रहने का प्लान था.

नेपाल से लौटते समय जैनगर स्टेशन पर उनकी मुलाकात आदित्य झा नाम के युवक से हुई, जिसने उन्हें वाई-फाई दिया और मुंबई में रूम दिलवाने में मदद करने का भरोसा दिया. हालांकि, पुलिस की तेजी के कारण लड़कियां किसी गलत हाथों में पड़ने से पहले ही मिल गईं.

यह पूरी कार्रवाई बदनापुर पुलिस की सतर्कता, तेज तकनीकी विश्लेषण और विभिन्न राज्यों की पुलिस के समन्वय का परिणाम रही. लड़कियों के सुरक्षित मिलने के बाद परिजनों ने पुलिस का आभार जताया. जालना के पुलिस अधीक्षक अजय कुमार बंसल ने बताया कि समय रहते सभी एजेंसियों की टीमवर्क की वजह से दोनों बच्चियां सुरक्षित मिल गईं. इन बच्चियों को दुनिया घूमने का शौक था, इसलिए अकेले निकल गईं थीं. सभी एंगल से जांच जारी है.

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