नासिक जिले के मालेगांव में तीन साल की बच्ची के रेप और मर्डर मामले को लेकर गुरुवार को गुस्सा चरम पर पहुंच गया. सेशंस कोर्ट के बाहर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए और आरोपी डोंगराले को फांसी की सजा देने की मांग करने लगे. भीड़ इतनी आक्रामक हुई कि लोगों ने न्यायालय के दरवाजे पर चप्पलें फेंकी और गेट तोड़ने का प्रयास किया. पुलिस ने स्थिति नियंत्रित करने के लिए हल्का लाठीचार्ज किया.
दरअसल, प्रदर्शनकारियों ने कैंप, मोसम ब्रिज और कोर्ट परिसर के बाहर सड़कें जाम कर दीं. कई बार समझाने के बावजूद भीड़ शांत नहीं हुई. भारी सुरक्षा के बावजूद हालात बिगड़ते गए, जिसके बाद कोर्ट ने आरोपी को पेश करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग का सहारा लिया. एडिशनल सेशंस जज केआर पाटिल ने आरोपी की पुलिस कस्टडी 27 नवंबर तक बढ़ा दी. पुलिस अफसरों का कहना है कि भीड़ किसी भी बात को सुनने के लिए तैयार नहीं थी.
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चॉकलेट का लालच देकर बच्ची को ले गया था आरोपी
पुलिस की शुरुआती जांच में सामने आया कि आरोपी ने बच्ची को चॉकलेट का लालच देकर अपने साथ ले गया. जब बच्ची घर नहीं लौटी तो परिजनों ने पुलिस से मदद मांगी. तलाश के दौरान बच्ची का शव आरोपी के घर के पास मोबाइल टावर के पास मिला. इस घटना ने पूरे इलाके को दहला दिया और लोगों में बेहद आक्रोश फैल गया.
मंत्री और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जताया शोक
शाम को जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन और मराठा आंदोलन के नेता मनोज जरांगे बच्ची के परिवार से मिलने पहुंचे. उन्होंने परिवार को सांत्वना दी और आश्वासन दिया कि वे मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और राज्य सरकार से बात कर आरोपियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग करेंगे.
महिला आयोग की चेयरपर्सन आज पहुंचेंगी मालेगांव
राज्य महिला आयोग की चेयरपर्सन रूपाली चाकणकर शुक्रवार को मालेगांव पहुंचकर बच्ची के परिवार से मुलाकात करेंगी. उधर, इलाके में माहौल अभी भी तनावपूर्ण है, लेकिन पुलिस स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं.