प्रवर्तन निदेशालय ने झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को एक बार फिर समन भेजा है. मुख्यमंत्री से पहले राउंड की पूछचताछ 20 जनवरी को हो चुकी है. अब ईडी ने उन्हें 27 से 31 जनवरी तक कोई भी तारीख खुद से तय करने को कहा है. सीएम से पिछली पूछताछ उनके आवास पर हुई थी लेकिन इस बार ईडी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि उन्हें ईडी ऑफिस आना होगा.
प्रवर्तन निदेशालय ने मुख्यमंत्री सोरेन से शनिवार को उनके आवास पर मनी लॉन्ड्रिंग मामले में पूछताछ की थी. उनपर जमीन घोटाले और अवैध खनन के कुछ आरोप हैं जिसकी ईडी जांच कर रही है. इस मामले में ईडी ने मुख्यमंत्री के कथित दो कलीग को गिरफ्तार कर चुकी है. ईडी का दावा है कि इस केस में मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा के घर से बैंक पासबुक और एक चेकबुक समेत मुख्यमंत्री सोरेन के हस्ताक्षर वाले दो चेक बरामद किए थे.
ईडी ने बरामद की थी सीएम की कई फाइलें और बैंक दस्तावेज
ईडी ने पंकज मिश्रा के खिलाफ दाखिल अपनी चार्जशीट में खुलासा किया था कि बैंक दस्तावेजों को एजेंसी ने 8 जुलाई 2022 को साहिबगंज में छापेमारी के दौरान बरामद किया था. मामले की छानबीन ईडी द्वारा प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज करने के बाद शुरू हुई थी. मार्च महीने में एजेंसी ने केस दर्ज किया था. ईडी ने साथ ही दावा किया था कि मुख्यमंत्री के खिलाफ कई एसेट्स का पता चला है. एजेंसी ने अन्य संदिग्ध लोगों के घर सर्च ऑपरेशन के दरमियान मुख्यमंत्री की कई फाइलें और बैंक डॉक्यूमेंट्स बरामद किए थे.
पंकज मिश्रा हेमंत सोरेन के इशारे पर करता था मनी डायवर्जन
जांच एजेंसी ने अपनी चार्जशीट में आरोप लगाया था कि मुख्यमंत्री के कथित करीबी और मुख्य आरोपी पंकज मिश्रा एक्टीव रूप से अवैध खनन में शामिल था. आरोप है कि पंकज मिश्रा मुख्यमंत्री सोरेन के निर्देशों पर करोड़ों रुपए को डायवर्ट करने का काम किया था. पंकज मिश्रा को बाद ईडी ने हिरासत में ले लिया था जो अभी न्यायिक हिरासत में है. एजेंसी ने आरोपी के ठिकानों पर सर्च ऑपेरशन में करोड़ों रुपए कैश भी जब्त किए थे.