दिल्ली (Delhi) में बीजेपी की रेखा गुप्ता सरकार पर आम आदमी पार्टी (AAP) ने 'शिक्षा माफियाओं' को बचाने का आरोप लगाया है. पार्टी ने दावा किया है कि बीजेपी सरकार माफियाओं को बचाने के लिए 'प्राइवेट स्कूल फीस रेगुलेशन बिल' छिपा रही है. आम आदमी पार्टी ने दावा किया है कि वह बच्चों के पैरेंट्स की आवाज बनेगी और इस बिल पर उसके विधायक जनता से रायशुमारी करेंगे.
सोमवार को AAP मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए नेता प्रतिपक्ष आतिशी ने कहा कि आम आदमी पार्टी पैरेंट्स से मिले सुझावों के मुताबिक विधानसभा में बिल में जरूरी संशोधन करवाएगी.
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा, "मंगलवार से AAP विधायक इस बिल पर रायशुमारी के लिए लगातार बैठकें करेंगे. AAP सरकार में रहकर भी शिक्षा माफिया के खिलाफ लड़ती थी और अब विपक्ष में रह कर भी लड़ती रहेगी."
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'सुनने वाला कोई नहीं...'
आतिशी ने कहा कि जबसे दिल्ली में बीजेपी की सरकार बनी है, प्राइवेट स्कूलों ने बेलगाम तरीके से फीस बढ़ानी शुरू कर दी है. सभी प्राइवेट स्कूलों ने 20 से 80 फीसद तक फीस बढ़ा दी है. एसी, स्वीमिंग, गतिविधि क्लासेज समेत तरह-तरह के अतिरिक्त चार्ज भी लगा दिए हैं. बीजेपी सरकार में दिल्ली का मीडिल क्लास त्रस्त हो चुका है, क्योंकि वह अपने बच्चों की फीस नहीं दे पा रहा है."
उन्होंने आगे कहा कि 40 डिग्री तापमान में बच्चों के पैरेंट्स स्कूल और शिक्षा निदेशालय के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन सुनने वाला कोई नहीं है. माता-पिता हाईकोर्ट-सुप्रीम कोर्ट तक गए. हाई कोर्ट ने कहा कि जब तक सरकार कोई ऑर्डर पास नहीं करती है, तब तक प्राइवेट स्कूलों को वह कोई आदेश नहीं दे सकते.
AAP लीडर आतिशी ने कहा, "एक बात बिल्कुल साफ है कि भाजपा और प्राइवेट स्कूलों के बीच सांठगांठ की वजह से बेलगाम तरीके से प्राइवेट स्कूलों की फीस बढ़ रही है. प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता-पिता बार-बार शिक्षा मंत्री, मुख्यमंत्री के पास जाते हैं और मंत्री उनसे झूठे वादे करते हैं कि फीस नहीं बढ़ने देंगे, लेकिन आज तक बीजेपी सरकार ने एक भी प्राइवेट स्कूल की फीस नहीं रोकी है. मंत्री व मुख्यमंत्री घड़ियाली आंसू जरूर बहाए हैं, झूठे वादे भी किए हैं, लेकिन एक भी स्कूल की फीस रोका नहीं गया है."
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली वालों ने वह शर्मसार नजारा भी देखा कि दिल्ली का एक प्राइवेट स्कूल बाउंसर के साथ बच्चों को स्कूल से बाहर फिकवा रहा था. पैरेंट्स का दबाव और आम आदमी पार्टी द्वारा लगातार आवाज उठाने की वजह से भाजपा को कुछ दिखावा करना जरूरी था.
'पैरेंट्स की आवाज उठाएंगे 22 विधायक...'
आतिशी ने कहा कि भाजपा सरकार ने फीस बढ़ोतरी पर रोक लगाने के लिए कानून लाने की बात कही. इसे विधानसभा में पास कराएंगे, लेकिन माता-पिता और फीस बढ़ोतरी के खिलाफ केस लड़ने वालों से बिना पूछे और कानून को बिना दिखाए भाजपा सरकार चुपचाप तरीके से बिल को कैबिनेट में पास कर दिया. माता-पिता और वकीलों के पास आम आदमी पार्टी के नेताओं के पास फोन आए कि क्या बिल की कॉपी है? भाजपा ने किसी को भी बिल की कॉपी नहीं देखने दी, क्योंकि भाजपा यह कानून प्राइवेट स्कूलों में फीस कम करने के लिए नहीं, बल्कि सिर्फ दिखावा करने और प्राइवेट स्कूलों को बचाने के लिए ला रही है.
उन्होंने आगे कहा कि दिल्ली के इतिहास में कभी ऐसा नहीं हुआ कि इतनी बड़ी पॉलिसी पर कोई राय मशविरा न लिया जाए.
आतिशी ने कहा कि विधानसभा में दिल्ली वालों के वोट से चुने हुए आम आदमी पार्टी के 22 विधायक पैरेंट्स की आवाज उठाएंगे. भले ही भाजपा ने पैरेंट्स को धोखा दिया, लेकिन आम आदमी पार्टी धोखा नहीं देगी और पहले की तरह आगे भी प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ लड़ती रहेगी. आम आदमी पार्टी प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के माता पिता की आवाज दिल्ली विधानसभा में रखेंगे. पैरेंट्स, वकीलों से रायशुमारी का जो काम दिल्ली सरकार को करना चाहिए था, अब वह काम आम आदमी पार्टी के विधायक करेंगे.
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'बिल को छुपा कर रखा...'
आतिशी ने सोशल मीडिया पर किए गए एक पोस्ट में भी फीस बढ़ोतरी को लेकर भाजपा पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद प्राइवेट स्कूलों की फीस बेलगाम बढ़ी है. पेरेंट्स संघर्ष करते रह गए लेकिन भाजपा सरकार ने एक स्कूल की भी फीस कम नहीं की. पैरेंट्स के दबाव में सरकार एक बिल तो कैबिनेट में लाई, लेकिन उस बिल को छुपा कर रखा, किसी से रायशुमारी नहीं की, क्यों? क्योंकि भाजपा पैरेंट्स को नहीं, प्राइवेट स्कूल माफ़िया को बचाना चाहती है लेकिन आम आदमी पार्टी हमेशा पैरेंट्स के साथ खडे हो कर प्राइवेट स्कूलों के खिलाफ लड़ती आई है.
दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "हर मां-बाप की सबसे बड़ी चिंता अपने बच्चे का भविष्य होता है, लेकिन जब स्कूल की फीस ही भविष्य पर बोझ बन जाए, तो उसके खिलाफ आवाज़ उठाना ज़रूरी हो जाता है. दिल्ली में भाजपा सरकार बनने के बाद प्राइवेट स्कूलों की फीस बेकाबू हो गई है. माता-पिता परेशान हैं, लेकिन सरकार ने आंख मूंद रखी है. आज हम विपक्ष में हैं लेकिन जनता के हित के लिए हमारे कदम रुकेंगे नहीं, हमारी आवाज़ थमेगी नहीं.
सिसोदिया ने कहा, "आम आदमी पार्टी का दृढ़ संकल्प है कि हम हमेशा बच्चों के साथ खड़े रहेंगे, माता-पिता के साथ खड़े रहेंगे. शिक्षा के बाज़ार के खिलाफ, प्राइवेट स्कूल माफ़िया के खिलाफ हम विधानसभा में और सड़कों पर लड़ेंगे. हर उस मां-बाप की आवाज़ बनेंगे, जो अपने बच्चे को एक अच्छा भविष्य देना चाहता है. प्राइवेट स्कूल फीस रेगुलेशन बिल पर आपकी राय हमारे लिए बेहद क़ीमती है.