राजधानी दिल्ली (Delhi) के किशनगढ़ इलाके में ठगी का सनसनीखेज मामला सामने आया है. यहां दो आरोपियों ने 2 करोड़ की ठगी को अंजाम दिया. पुलिस ने दोनों दो शातिर धोखेबाजों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस का कहना है कि आरोपी ने एक व्यक्ति से राष्ट्रपति कोटे से राज्यसभा सीट दिलाने के नाम पर 2 करोड़ रुपये ऐंठे थे. फिलहाल दोनों आरोपियों को जाली दस्तावेज और कुछ नई खरीदी गई संपत्ति के दस्तावेजों के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है.
जानकारी के अनुसार, 25 अप्रैल को दिल्ली के किशनगढ़ के रहने वाले नरेंद्र सिंह ने इस मामले की शिकायत की थी. शिकायत में कहा गया था कि अगस्त 2023 में मैं नानक दास के जरिए नवीन कुमार सिंह से मिला. नवीन कुमार सिंह ने खुद को राष्ट्रपति का प्रोटोकॉल अफसर बताया था.
नवीन कुमार से पुलिस ने पूछताछ की तो उसने बताया कि दिल्ली के लक्ष्मी नगर के रहने वाले करन नाम के शख्स से उसने राष्ट्रपति से जुड़े 2 फर्जी दस्तावेज बनवाए थे और नरेंद्र को भेजे थे, जिससे उसको विश्वास में ले सके. इसके बाद नरेंद्र से 2 करोड़ रुपये ऐंठ लिए. ठगी के पैसों से आरोपियों ने बिहार और दूसरी जगहों पर संपत्तियां खरीदीं. पुलिस ने जब मामले की जांच की तो आरोपियों के पास से संपत्तियों के फर्जी दस्तावेज भी बरामद हुए हैं.
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पुलिस का कहना है कि 25 अप्रैल 2024 को किशनगढ़ थाने में जालसाजी की सूचना मिली थी. इसके बाद कॉल करने वाले शिकायतकर्ता नरेंद्र सिंह से पूछताछ की गई. पुलिस ने 43 वर्षीय नवीन कुमार सिंह निवासी सेक्टर 36 नोएडा और 48 वर्षीय नानक दास निवासी नागौर राजस्थान को अरेस्ट किया है. पुलिस ने दोनों आरोपियों को अरेस्ट कर कोर्ट में पेश किया, जहां से आरोपियों को रिमांड पर भेज दिया गया.
पूछताछ के दौरान आरोपी नवीन कुमार सिंह ने धोखाधड़ी की बात स्वीकार कर ली. दोनों आरोपियों ने नरेंद्र से कहा था कि वे राष्ट्रपति के कोटे से संसद में राज्यसभा सीट दिलाने में मदद कर सकते हैं. इसके ऐवज में आरोपियों ने दो करोड़ रुपये की मांग रखी और खाते में दो बार 1.25 करोड़ और 75 लाख रुपये ट्रांसफर करवा लिए.
आरोपी के नोएडा ऑफिस में की छापेमारी, मिले कई फर्जी दस्तावेज
आरोपी नवीन कुमार सिंह की रिमांड के दौरान उसके नोएडा स्थित ऑफिस में छापेमारी की गई, जहां से अन्य व्यक्तियों के फर्जी दस्तावेज व आवेदन बरामद किए गए. इसके बाद बिहार से आरोपी के पिता के पास से नई खरीदी गई संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए.
इसके अलावा राजस्थान के नागौर के रहने वाले दूसरे आरोपी 48 वर्षीय नानक दास को भी गिरफ्तार किया गया. पूछताछ के दौरान नानकदास ने भी स्वीकार किया कि जाली दस्तावेज करण नाम के एक व्यक्ति से तैयार कराए थे. पुलिस अब आरोपी करण को पकड़ने की कोशिश कर रही है.