कांग्रेस का 3 दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन इस महीने रायपुर में शुरू हो रहा है. अधिवेशन में 9 राज्यों के चुनाव और मिशन 2024 की रणनीति पर चर्चा होगी. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने छत्तीसगढ़ के रायपुर में 24 से 26 फरवरी 2023 तक होने वाले 85वें पूर्ण अधिवेशन के लिए तत्काल प्रभाव से आयोजन समिति एवं स्वागत समिति का गठन किया है.
इन मुद्दों पर चर्चा संभव
इस अधिवेशन में राजनीति, अर्थशास्त्र, अंतरराष्ट्रीय मामलों, कृषि, सामाजिक न्याय और युवाओं के रोजगार से जुड़े मुद्दों पर चर्चा संभव है. अक्टूबर में, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सीडब्ल्यूसी के स्थान पर 47 सदस्यीय संचालन समिति का गठन किया था, जिसमें उनके पूर्ववर्ती सोनिया गांधी, राहुल गांधी और पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह शामिल थे.
उनके कार्यभार संभालने से पहले, कांग्रेस कार्यसमिति के सभी सदस्यों, पार्टी के सर्वोच्च निर्णय लेने वाले प्राधिकरण, एआईसीसी महासचिवों और प्रभारियों ने अपना इस्तीफा दे दिया था.
कुमारी सैलजा रायपुर पहुंची
कांग्रेस की प्रदेश प्रभारी कुमारी सैलजा भी रायपुर पहुंच चुकी हैं. बैठक में जयराम रमेश भी शामिल होंगे. राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए तैयारियां अंतिम चरण में है. अधिवेशन के लिए कार्यों को 17 श्रेणी में बांटकर अलग-अलग समितियों का गठन किया गया है.
भूपेश बघेल करेंगे स्वगत
राष्ट्रीय अधिवेशन में अतिथियों का स्वागत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल करेंगे. अतिथियों के आने-जाने की जिम्मेदारी वन एवं पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर, रूकने-ठहरने की व्यवस्था मंत्री शिवकुमार डहरिया और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता रामगोपाल संभालेंगे.
नया रायपुर के मेला स्थल में कांग्रेस का राष्ट्रीय अधिवेशन होगा. वीआईपी मेहमानों के लिए रायपुर मेफेयर होटल बुक किया गया है. इसके अलावा मेला स्थल के बड़े ग्राउंड में साफ सफाई शुरू हो गई है.
आगामी लोकसभा और इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर ये अधिवेशन अहम माना जा रहा है. छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है. पार्टी इन दोनों राज्यों में वापसी के अलावा बाकी राज्यों में कांग्रेस की स्थिति को बेहतर करने की रणनीति पर बैठक में चर्चा कर सकती है.