मुजफ्फरपुर बालिका गृह कांड के बाद अब राज्य की राजधानी पटना के आसरा शेल्टर होम में शुक्रवार को दो महिलाओं की संदिग्ध हालत में हुई मौत ने सनसनी मचा दी है. पटना से शेल्टर होम में दो महिलाओं की मौत को लेकर इसके संचालक चिरंतन कुमार और मनीषा दयाल गिरफ्तार कर लिया गया और सोमवार को उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने इन दोनों को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेज दिया है.
जिस तरीके से मुजफ्फरपुर कांड के बाद मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर जो पेशे से पत्रकार हैं कि एक-एक करके पोल पट्टी खुलनी शुरू हुई है. ठीक उसी तरीके से पटना शेल्टर होम की संचालिका मनीषा दयाल को लेकर एक से एक सनसनीखेज खुलासे हो रहे हैं.
मनीषा दयाल आसरा शेल्टर होम की सचिव के पद पर नियुक्ति थी. खूबसूरती और ग्लैमर का तड़का यानी मनीषा दयाल अनुमाया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन एनजीओ की डायरेक्टर थी जिसके अंतर्गत यह शेल्टर होम चल रहा था.
प्राप्त जानकारी के मुताबिक कुछ साल पहले तक मनीषा दयाल राजधानी पटना के गलियारों में एक अनसुना नाम था मगर कुछ ही वक्त में उसने आसमान की बुलंदियों को छूना शुरू कर दिया. जल्द नाम, शोहरत और पैसे कमाने की ललक में मनीषा दयाल ने सबसे पहले राजनीतिक गलियारों में अपनी पकड़ बनानी शुरू की.
पिछले 2 दिनों से मनीषा की कुछ तस्वीरें वायरल हो रही हैं, जहां वह पूर्व मंत्री और जदयू नेता श्याम रजक, पूर्व मंत्री और आरजेडी नेता शिवचंद्र राम तथा आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी के साथ नजर आ रही है.
बताया जा रहा है कि बिहार सरकार के कई नौकरशाह और अधिकारियों के कनेक्शन भी मनीषा दयाल से थे, जिसका फायदा उठाकर उसने पटना में पांच एनजीओ शुरू कर दिया.
मनीषा दयाल जिन 5 NGO को चलाती है उसके नाम हैं...
1. आसरा शेल्टर होम में वह सचिव के पद पर नियुक्त है.
2. अनुमाया ह्यूमन रिसोर्स फाउंडेशन जिसके तहत आसरा शेल्टर होम चलता है उस NGO की वह डायरेक्टर है.
3. आत्मा फाउंडेशन एनजीओ की बोर्ड में सदस्य है मनीषा दयाल.
4. भामाशाह फाउंडेशन ट्रस्ट NGO की कमेटी में सदस्य है मनीषा.
5. स्पर्श डी एडिक्शन हिंदी रिसर्च सोसाइटी NGO में काउंसलर के पद पर नियुक्त है मनीषा.
इसके अलावा मनीषा नव अस्तित्व फाउंडेशन की प्रोजेक्ट मैनेजर भी रह चुकी है.