कई लोगों को अपने जन्मदिन यानी बर्थडे पर अवसाद की दिक्कत होती है. ये लोग अपने जन्मदिन को मनाने या उसके बारे में सोचने में उदास, उदासीन, या अरुचि महसूस करते हैं. बर्थ डे डिप्रैशन में उदासी होने के अलावा, कम ऊर्जा की भावना या अतीत पर ध्यान केंद्रित करना भी शामिल हो सकता है.
इसमें वह सब कुछ शामिल होता है, जो आपने अब तक पूरा किया है या नहीं किया है. ये भावनाएं किसी व्यक्ति के जन्मदिन से पहले के दिनों में, वास्तविक दिन पर और उसके कुछ समय बाद भी आ सकती हैं. आज हम इस डिप्रैशन के संभावित कारणों और संकेतों और आपके जन्मदिन पर और उसके आसपास उदासी की भावनाओं से निपटने के तरीके बताएंगे.
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, ये डिप्रैशन या चिंता अन्य मेंटल हेल्थ डिसऑडर से जुड़ा हो सकता है. जिन व्यक्तियों का अवसाद का इतिहास रहा है, उनके लिए अपने जन्मदिन के आसपास भी उदासी का अनुभव करना असामान्य नहीं होगा.
क्या हो सकती हैं वजह
कुछ लोगों के लिए यह जन्मदिन के साथ पिछले नकारात्मक अनुभवों से जुड़ा हो सकता है. अन्य लोगों को ये सोचकर हो सकता है कि इस उम्र में वो वहां नहीं हैं जहां वे होना चाहते थे.वहीं, कुछ लोगों के लिए जन्मदिन ऐसे समय में आ सकता है जब वे किसी कठिन परिस्थिति से गुज़र रहे हों.
ऐसे कई कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से किसी को जन्मदिन पर अवसाद का अनुभव हो सकता है. किसी व्यक्ति को अपने जन्मदिन के आसपास निराशा महसूस होने के अन्य संभावित कारणों में डिप्रैशन, एंग्जाइटी, बूढ़ा होने का डर, बचपन में जन्मदिन का नकारात्मक अहसास हो सकता है.
जन्मदिन के अवसाद से कैसे निपटें
हालांकि जन्मदिन आमतौर पर सुखद भावनाओं और सकारात्मक अनुभवों से जुड़े होते हैं, लेकिन अगर आप जन्मदिन पर अवसाद का अनुभव करते हैं, तो शर्मिंदा न हों. लोगों का अपने जन्मदिन के आसपास उदास महसूस करना बहुत आम और सामान्य बात है. जिससे बर्थडे के कुछ दिन बाद निपटा जा सकता है.