सोशल मीडिया पर एक वीडियो जमकर वायरल है, जिसके जरिये दावा किया जा रहा है कि दुबई की एक मस्जिद में महिलाओं ने राम भजन गाया. वीडियो में नजर आ रहा है कि बुर्का पहने कुछ महिलाएं हिंदू धार्मिक भजन 'राम चरण सुखदाई' गा रहीं हैं. वीडियो में अरबी पोशाक पहने कुछ लोगों को बैठे हुए भी देखा जा सकता है.
वीडियो से जुड़े कैप्शन में लिखा है, "दुबई मे महिलाओं ने मस्जिद में राम भजन गाया अगर भारत में गाती तो इस्लाम खतरे में आ जाता"
इंडिया टुडे के एंटी फेक न्यूज वॉर रूम (AFWA) ने पाया कि वीडियो के साथ किया जा रहा दावा गलत है. यह वीडियो दुबई की मस्जिद का नहीं बल्कि आध्यात्मिक गुरु सत्य साई बाबा के आंध्र प्रदेश स्थित आश्रम का है.
इस भ्रामक पोस्ट को अभी तक हजारों में शेयर किया जा चुका है. Amit Seth नाम के एक फेसबुक यूजर ने वीडियो को भ्रामक दावे के साथ 9 जनवरी को शेयर किया था. अमित के इस पोस्ट को अभी तक 23000 से भी ज्यादा लोग शेयर कर चुके हैं.
वीडियो को इंटरनेट पर खोजने पर पता चला कि यह वीडियो आंध्र प्रदेश के पुट्टपर्थी में स्थित आध्यात्मिक गुरु सत्य साईं बाबा के आश्रम 'प्रशांति निलयम' का है. श्री सत्य साईं के आधिकारिक यूट्यूब चैनल 'Radio Sai Global Harmony' पर हमें जुलाई 2012 में अपलोड हुआ एक वीडियो मिला जिसमें वायरल वीडियो वाला हिस्सा मौजूद था.
वीडियो के साथ दी गई जानकारी में बताया गया है कि यह प्रस्तुति सत्य साईं संस्था के 'रीजन 94' के यात्रियों ने सत्य साईं आश्रम में दी थी. वीडियो में भजन गा रहे भक्तों में मिडिल ईस्ट और गल्फ देशों से आए लोग मौजूद थे.
वायरल वीडियो को झूठे दावे के साथ पिछले दो-तीन साल से साझा किया जा रहा है. 2018 में ABP News और The Quint भी इस दावे को खारिज कर चुके हैं.