बिहार विधानसभा चुनाव के बाद कांग्रेस समेत कई विपक्षी दलों ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए हैं. शिवसेना (उद्धव) ने तो बिहार चुनाव को घोटाला तक कह दिया.
इसी बीच सोशल मीडिया पर एक वीडियो खूब शेयर किया जा रहा है. वीडियो में मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार, गृहमंत्री अमित शाह के पैरों में झुककर उन्हें अभिवादन करते नजर आ रहे हैं. लोग इस तरह के अभिवादन पर सवाल उठाते हुए ज्ञानेश कुमार पर तंज कस रहे हैं.
फेसबुक पर एक व्यक्ति ने लिखा, “चुनाव आयोग चरणों में! जिन्हें बिहार चुनाव में ऐसा नतीजा क्यों आया इसके बारे में जानना है तो वे इस वीडियो को देखकर सच्चाई को समझ सकते हैं.”
आजतक फैक्ट चेक ने पाया कि ये वीडियो असली नहीं है. इसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानि AI की मदद से बनाया गया है.
कैसे पता की सच्चाई?
गौर से देखने पर वीडियो में कुछ गड़बड़ियां नजर आती हैं. मिसाल के तौर पर ज्ञानेश कुमार जब अमित शाह को शॉल पहनाते हैं तो अमित शाह के कंधे के दूसरी तरफ शॉल अपने आप ही नीचे उनके हाथ तक आ जाता है. इसके अलावा दोनों एक-दूसरे के हाथ को काफी देर तक पकड़कर रखते हैं जोकि सामान्य नहीं लगता है.
वीडियो के कीफ्रेम्स को रिवर्स सर्च करने पर हमें Content Garden पर हूबहू एक तस्वीर मिली जिसमें ज्ञानेश कुमार, अमित शाह को शॉल पहनाते नजर आ रहे हैं. यहां दी गई जानकारी के मुताबिक ये तस्वीर 2023 की है. उस वक्त ज्ञानेश कुमार सहकारिता मंत्रालय में सचिव के पद पर थे.
8 नवंबर, 2023 को नई दिल्ली में जैविक उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक राष्ट्रीय संगोष्ठी हुई थी. राष्ट्रीय सहकारी ऑर्गेनिक्स लिमिटेड (NCOL) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में ज्ञानेश कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह को सम्मानित किया था. PIB की प्रेस रिलीज के मुताबिक अमित शाह इस कार्यक्रम के चीफ गेस्ट थे.
हमें कृषि जागरण बिजनेस के यूट्यूब चैनल पर इस कार्यक्रम का वीडियो मिला. वीडियो के शुरुआत में ही ज्ञानेश कुमार, गृहमंत्री शाह को शॉल पहनाकर और बुके देकर सम्मानित करते हुए नजर आ रहे हैं. लेकिन यहां वो गृहमंत्री के सामने इस तरह से झुकते हुए बिल्कुल नहीं दिखाई दे रहे जैसा वायरल वीडियो में दिखाया गया है. यानि साफ है कि वीडियो के इस हिस्से को AI की मदद से बनाया गया है.
इसके बाद हमने AI डिटेक्टर टूल से वीडियो की जांच की. ‘WasItAI’ टूल के मुताबिक ये वीडियो AI से बनाया गया है.