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टमाटर को लेकर सुनील शेट्टी ने दिया बयान, लेकिन क्यों कट रहा बवाल? जानें असल माजरा

सोशल मीडिया पर सुनील शेट्टी और टमाटर एकसाथ ट्रेंड कर रहा है. दरअसल सुनील के टमाटर पर दिए स्टेटमेंट को बहुत ही गलत तरीके से प्रोजेक्ट किया गया है. जिसकी वजह से पूरा बवाल हुआ है.

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सुनील शेट्टी
सुनील शेट्टी

सुनील शेट्टी पिछले कुछ समय से टमाटर पर अपने बयान से चर्चा में हैं. सुनील ने जब टमाटर पर अपनी बात कही थी, तो उसे तोड़-मोड़कर सोशल मीडिया पर पेश किया गया. नतीजतन उनके स्टेटमेंट को मिस क्वोट कर उसका राजनीतिकरण किया गया. अब सुनील लगातार मिल रहे निगेटिव कमेंट्स से परेशान हैं. हम आपको बता रहे हैं आखिर क्या है असल माजरा.

टमाटर पर क्या था असल बयान 
बता दें, सुनील शेट्टी ने टमाटर पर जो आजतक डॉट इन को एक्सक्लूसिव बयान दिया था वो ये था, 'मेरी पत्नी माना केवल एक दो दिनों की सब्जियां ही घर पर लाती हैं. हम फ्रेश वेजिटेबल खाने पर ज्यादा यकीन करते हैं. हालांकि इन दिनों टमाटर का दाम बढ़ा है, जिसका असर हम जैसों के किचन पर भी पड़ता है.' इसके साथ ही सुनील ने यह भी कहा था कि वो लोकल वेंडर से ही सब्जी लेना पसंद करते हैं. इसी सिलसिले में उन्होंने अपने फोन पर किसान ऐप भी डाउनलोड कर लिया और उसी ऐप के जरिए मैं अपनी सब्जियां ऑर्डर करता हूं. 

देसी चीजों को करता हूं प्रमोट  
सुनील ने कहा था, 'आप यकीन नहीं करोगी, मैं एक ऐप से सब्जियां मंगाता हूं. जिसके सब्जियों के दाम आप देखोगे, तो हैरान हो जाओगे. उसमें बाकि मार्ट्स व ऐप्स या सब्जी मंडी की तुलना से भी सस्ते में सब्जियां मिलती हैं. हालांकि केवल सस्ता है इसलिए वो ऐप इस्तेमाल नहीं करता हूं बल्कि वो फ्रेश है, प्रोडक्ट कहां से आया है, कौन सी मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है, इन सब चीजों की इंफोर्मेशन भी वहां मौजूद होती है. ये सब देखकर मैं संतुष्ट हो जाता हूं और वहीं से ही खरीददारी करता हूं.  इस खरीददारी का पूरा फायदा किसानों को होता है, उनका अपना प्रोडक्ट डायरेक्ट लोगों तक पहुंचता है.'

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मैं किसानों के बारे में गलत सोच ही नहीं सकता 
सोशल मीडिया पर जिस तरह से  निगेटिविटी बढ़ी है, उससे सुनील आहत हैं. सुनील बताते हैं, मेरे स्टेटमेंट को गलत तरीके से लिया गया है. मैं तो दिल से देसी आदमी हूं. किसानों के बारे में गलत सोचने की तो दूर की बात है. मैंने हमेशा उनके सपोर्ट में काम किया है. मैं तो चाहूंगा कि हम अपनी देसी चीजों को प्रमोट करें. मैं तो चाहूंगा कि हमारे किसान को इसका हमेशा फायदा मिले. किसान मेरी जिंदगी का अहम हिस्सा है. एक होटल वाला होने के नाते , मेरे ताल्लुकात हमेशा से उनसे डायरेक्ट रहे हैं. अगर उन्हें मेरे किसी स्टेटमेंट, जिसे मैंने कहा भी नहीं, का बुरा लगा है, तो मैं दिल से सॉरी कहना चाहता हूं. मैं कभी सपने मे भी उनके खिलाफ बात करने की सोच भी नहीं सकता हूं. प्लीज मेरे स्टेटमेंट को गलत तरीके से क्वोट नहीं किया जाए. मैं अब इस पर ज्यादा कुछ नहीं कह सकता.  

 

 

 

 

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