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ऑडिशन के बहाने गर्ल्स हॉस्टल देखने पहुंचा था पंचायत का 'विनोद', लगा एक्टिंग का ऐसा चस्का कि दो दिन में बन गया लखपति

अमेजन प्राइम की वेब सीरीज 'पंचायत' में विनोद का किरदार निभाने वाले अशोक पाठक, साहित्य आजतक 2022 का हिस्सा बने. उन्होंने एक मजेदार किस्सा सुनाते हुए बताया कि उन्हें एक्टिंग का चस्का कैसे लगा था. मुंबई में उनका स्ट्रगल स्टेशन पर रात गुजारने वाला नहीं रहा, बल्कि यहां आने के बाद वो पहले ही महीने में लखपति बन गए थे.

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'पंचायत' के एक्टर अशोक पाठक
'पंचायत' के एक्टर अशोक पाठक

'पंचायत' वेब सीरीज का दूसरा सीजन आने के बाद पूरे इंटरनेट पर 'देख रहा है विनोद' छाया हुआ था. लोगों की आम बातचीत, सोशल मीडिया पर कमेंटबाजी और मीम के संसार में विनोद का जलवा खूब रहा. इस पॉपुलैरिटी का कमाल ये है कि शो में ये किरदार निभाने वाले अशोक पाठक का चेहरा अब शायद ही कोई भूल पाए. 

साहित्य आजतक 2022 के मंच पर पहुंचे एक्टर अशोक पाठक ने खास बातचीत में बताया कि उन्होंने बस ये सोचकर शो किया था कि एक छोटी सी, प्यारी सी कहानी है. लेकिन जब सोशल मीडिया पर उनके मीम्स पॉपुलर हुए तब उन्हें अंदाजा हुआ कि उनका निभाया किरदार कितना पॉपुलर हो गया है. अशोक ने ये भी बताया कि उन्होंने हमेशा से ही एक्टर बनने का कोई सपना नहीं देखा था, बल्कि ये एक खुशगवार एक्सीडेंट था. 
 
लड़कियों के हॉस्टल से है एक्टिंग का कनेक्शन 
साहित्य आजतक 2022 में लल्लनटॉप अड्डा पर पहुंचे अशोक पाठक ने बताया कि उन्हें एक्टिंग का शासका एक खुराफाती हरकत से लगा था. उनके कॉलेज में एक्टिंग के ऑडिशन चल रहे थे और ये ऑडिशन गर्ल्स हॉस्टल के कॉमन रूम में चल रहे थे. अशोक ने बताया कि उनके एक दोस्त को ऑडिशन देना था और उसने इन्हें साथ चलने को कहा. अशोक ने सोचा कि चलो ऑडिशन के बहाने यही देख लिया जाए कि गर्ल्स हॉस्टल कैसा होता है. 

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आगे की बातचीत में अशोक ने बताया कि उस ऑडिशन में उनका सेलेक्शन तो नहीं हुआ, लेकिन वहां से उन्हें एक्टिंग का चस्का लग गया. इसी के बाद उन्होंने फैसला किया कि एक्टिंग सीखनी है और थिएटर करना शुरू कर दिया. 

दो दिन में बने लखपति 
एक्टर्स के मुंबई पहुंचकर संघर्ष करने के कई किस्से आपने सुने-पढ़े होंगे. कभी किसी एक्टर के पास खाने के पैसे नहीं रहे, तो कभी कसी को रेलवे स्टेशन के बेंच पर सो कर रात बितानी पड़ी. लेकिन अशोक ने बताया कि बिहार से मुंबई जा कर उन्हें ऐसा कुछ नहीं करना पड़ा. बल्कि वो अपनी जेब में 40 हजार रुपये लेकर पहुंचे थे. अशोक कहते हैं कि 'वो 40 हजार कभी खत्म नहीं हुए.' 

बल्कि इससे उलट, मुंबई पहुंचने के पहले ही हफ्ते में वो लखपति हो गए थे. अशोक ने बताया, 'एक ऐड का ऑफर मिला और उन्होंने कहा कि 70 हजार रुपये प्रति दिन मिलेंगे, दो दिन का शूट था. पहले तो यकीन ही नहीं हुआ कि ऐसा भी हो सकता है. लेकिन ये ऐड किया और दो दिन में 1 लाख 40 हजार मिल गए. हमारे पिता जी भी ये सुनकर सकते में थे.'

अशोक ने बताया कि 'विनोद' बनने के बाद उन्हें जितनी पॉपुलैरिटी मिली उसकी उम्मीद उन्हें हरगिज नहीं थी. बल्कि उन्होंने तो 'एक छोटा सा शो है' सोचकर काम किया था. इस रोल के लिए राजी होने की अशोक के पास एक और वजह ये थी कि उन्हें 2013 के बाद फैजल मलिक के साथ काम करने का मौका मिल रहा था, जिन्होंने 'पंचायत' में प्रहलाद चाचा का किरदार निभाया.

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