
राजकुमार राव और वामिका गब्बी स्टारर फिल्म 'भूल चूक माफ' विवादों के चंगुल से निकलकर फाइनली थिएटर्स तक पहुंच चुकी है. शुक्रवार को थिएटर्स में रिलीज हुई इस फिल्म में राजकुमार और वामिका ऐसे कपल का रोल कर रहे हैं जिनकी प्रेम कहानी, शादी की मंजिल तक पहुंचने से ठीक पहले साइंस के एक पंगे में फंस जाती है.
'भूल चूक माफ' में राजकुमार का किरदार टाइम लूप में फंस गया है. शादी से पहले हल्दी की रस्म में वो हल्दी लगवाकर सोया और जब उठा तो उसकी सुबह फिर से उसी दिन पर हुई जहां उसकी हल्दी की तैयारियां हो रही हैं. ऐसा एक नहीं कई बार होता है. ये सिचुएशन फिल्म में कुछ मजेदार कॉमिक सीन्स की वजह बनती है.
रोमांटिक-कॉमेडी फिल्म में साइंस-फिक्शन वाले टाइम लूप का ये तड़का एक दिलचस्प आईडिया है. 'भूल चूक माफ' से पहले भी कई फिल्में टाइम के साथ खेलने वाले साइंस फिक्शन में फंस चुकी हैं. आइए बताते हैं इनके बारे में...
लूप लपेटा
तापसी पन्नू ने 2022 में आई 'लूप लपेटा' में एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया था, जिसका बॉयफ्रेंड एक गैंगस्टर का नुक्सान कर बैठता है और मारा जाता है. मगर तभी साइंस का एक लोचा होता है और समय का पहिया थोड़ा सा पीछे चला जाता है यानी एक टाइम लूप बन जाता है. सावी को चांस मिलता है कि वो सारी घटनाओं में पीछे जाकर अपने बॉयफ्रेंड को बचा सकती है.
'लूप लपेटा' में तापसी के बॉयफ्रेंड का रोल ताहिर राज भसीन ने किया था. नेटफ्लिक्स पर रिलीज हुई इस फिल्म को क्रिटिक्स और जनता से काफी पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला था.
बार बार देखो
वक्त के पहिए में फंसने की कहानी सिद्धार्थ मल्होत्रा और कटरीना कैफ स्टारर 'बार बार देखो' (2016) में भी दिलचस्प थी. फिल्म में कटरीना के साथ सिद्धार्थ की लव स्टोरी तब बीच में अटक जाती है जब वो शादी जैसे कमिटमेंट के लिए तैयार नहीं होते. मगर यहीं टाइम का खेल शुरू हो जाता है.
सिद्धार्थ का किरदार टाइम में आगे-पीछे जाने लगता है और भविष्य की अलग-अलग सिचुएशन में पहुंचने लगता है. इन सारी सिचुएशन्स से उसे जीवन में प्यार की कीमत समझ में आ जाती है और वापस अपने आज में आकर वो शादी के लिए तैयार हो जाता है. 'बार बार देखो' को काफी मिला-जुला रिएक्शन मिला था मगर बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म कामयाब रही थी.
गेम ओवर
2019 में भी तापसी पन्नू ने एक ऐसी फिल्म की थी जिसमें टाइम की चकरी एक जगह फंसी हुई थी. 'गेम ओवर' में तापसी एक गेम डिजाइनर के रोल में थीं जो न्यू ईयर पर घर में अकेली है. PTSD से गुजर रही इस लड़की के घर में एक सीरियल किलर घुस गया है. लड़की के हाथ पर टैटू की शक्ल में तीन लाइनें हैं, जो किसी गेम में कैरेक्टर को मिलने वाली तीन लाइफ की तरह हैं. यानी इस लड़की के पास रियलिटी को बदलकर सीरियल किलर को रोकने के तीन मौके हैं. 'गेम ओवर' एक बेहतरीन साइकोलॉजिकल थ्रिलर थी जो ट्रॉमा और मेंटल हेल्थ पर बेस्ड एक दिमाग उलझाने वाली कहानी लेकर आई थी. इस फिल्म को बहुत पॉजिटिव रिस्पॉन्स मिला था.
दोबारा
तापसी पन्नू को शायद टाइम से खेलने में बहुत मजा आता है. 'गेम ओवर' और 'लूप लपेटा' के बाद अनुराग कश्यप की फिल्म 'दोबारा' में वो एक बार फिर ऐसी कहानी में थीं जिसमें सबसे बड़ा ट्विस्ट टाइम का था. फिल्म में उन्होंने एक ऐसी लड़की का किरदार निभाया था जिसे 25 साल आए तूफान में मर चुके, एक 12 साल के बच्चे को बचाने का मौका मिला है. इस फिल्म को क्रिटिक्स से जमकर तारीफ मिली थी और जबरदस्त थ्रिल भरी कहानी के लिए इसे बहुत सॉलिड रेटिंग्स मिली थीं. हालांकि, बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म कुछ खास कमाल नहीं कर पाई थी.
एक्शन रीप्ले
अक्षय कुमार और ऐश्वर्या राय स्टारर 'एक्शन रिप्ले' (2010) ने काफी पहले टाइम के साथ खेलने का फॉर्मूला आजमाया था. इस फिल्म में एक लड़का तलाक की दहलीज पर खड़े अपने पेरेंट्स का रिश्ता बचाने के लिए टाइम मशीन से कई साल पीछे चला जाता है. ये लड़का अपने पेरेंट्स के यंग वर्जन को एक दूसरे के प्यार में पड़ने के लिए मोटिवेट करता है. फाइनली जब वो प्रेजेंट में वापस लौटता है तो उसके पेरेंट्स एक दूसरे के साथ प्यार से रहते हुए मिलते हैं. इस फिल्म में आदित्य रॉय कपूर ने अक्षय और ऐश्वर्या के बेटे का रोल किया था. ये फिल्म अक्षय के करियर की सबसे तगड़ी फ्लॉप फिल्मों में गिनी जाती है.
टाइम के साथ खेलने वाली कहानियां बॉलीवुड में आजमाई तो काफी बार गई हैं. इनमें से अधिकतर मौकों पर जनता को फिल्में पसंद भी आई हैं, जबकि कई बार इस तरह की कहानी लेकर आई फिल्में बॉक्स ऑफिस पर औंधें मुंह गिरी हैं. अब देखना है कि राजकुमार राव और वामिका गब्बी की फिल्म 'भूल चूक माफ' क्या कमाल करती है.