राजनीति वाकई बस सत्ता का खेल है. आज जो यहां दोस्त हैं, वो कब दुश्मन बन जाएं और जो आज दुश्मन हैं, एक दूसरे के कट्टर विरोधी हैं, वो कब पक्के दोस्त बन जाएं, इस बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता. आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस के राहुल गांधी इसके ताजा उदहारण हैं.