लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को 102 लोकसभा सीटों पर मतदान होना है. इन सीटों के लिए चुनाव प्रचार थमने में जब एक दिन बाकी थे, पंजाब और केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी की. आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारकों की यह लिस्ट वैसे तो गुजरात के लिए थी, जहां पार्टी दो सीटों पर चुनाव लड़ रही है. लेकिन इसके संदेश बहुत व्यापक हैं.
गुजरात के लिए आम आदमी पार्टी ने 40 स्टार प्रचारकों की भारी-भरकम लिस्ट जारी की है. इसमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सत्येंद्र जैन के भी नाम हैं जो जेल में बंद हैं. अरविंद आम आदमी पार्टी की इस लिस्ट में भविष्य की सियासी दिशा के संकेत हैं तो पार्टी की रणनीति की झलक भी. इस लिस्ट में क्या संदेश हैं, क्या रणनीति है?
भविष्य की सियासत का संकेत क्या?
शराब घोटाले से जुड़े केस में अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी से पहले और उसके बाद, एक विषय चर्चा का केंद्र रहा. वह ये कि अरविंद के बाद दिल्ली की सत्ता पर कौन काबिज होगा, पार्टी कौन संभालेगा? गिरफ्तारी के बाद भी केजरीवाल ने इस्तीफा नहीं दिया है लेकिन यह संकेत जरूर मिलने लगे हैं कि अरविंद की सियासी विरासत की वारिस उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल ही होंगी. जेल जाने के बाद अरविंद और आम आदमी पार्टी के बीच सेतु का काम कर रहीं सुनीता ने उसी जगह से प्रेस कॉन्फ्रेंस भी कीं, जहां से केजरीवाल किया करते थे.
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सियासी गतिविधियों से दूरी बनाए रखने वाली सुनीता केजरीवाल अचानक एक्टिव मोड में आ गईं. अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद इंडिया ब्लॉक की दिल्ली रैली में सुनीता केजरीवाल ने सोनिया गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे, अखिलेश यादव, उद्धव ठाकरे जैसे नेताओं के साथ मंच साझा किया. इन सबको सुनीता को अरविंद की विरासत सौंपने के लिए पिच तैयार करने की रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था. अब स्टार प्रचारकों की लिस्ट में अरविंद केजरीवाल के बाद दूसरे नंबर पर सुनीता के नाम को सियासत में उनकी ऑफिशियल लॉन्चिंग, इमोशनल कार्ड के तौर पर देखा जा रहा है.
जेल में बंद नेताओं को स्टार प्रचारक बनाने के पीछे क्या मकसद?
आम आदमी पार्टी के स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दिल्ली के सीएम समेत तीन नाम ऐसे हैं, जो जेल में बंद हैं. अरविंद केजरीवाल के साथ ही पार्टी ने दिल्ली के पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया और पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन को भी स्टार प्रचारक बनाया है. जेल में बंद ये तीनों नेता चुनाव प्रचार तो कर नहीं पाएंगे, यह पार्टी भी जानती है. फिर इसके पीछे क्या रणनीति है? आम आदमी पार्टी की रणनीति अपने कार्यकर्ताओं को यह संदेश देने की है कि हम अपने नेताओं को मुश्किल समय भी बैक कर रहे हैं, उनके हाल पर नहीं छोड़ रहे. पार्टी मजबूती से अपने इन नेताओं के साथ खड़ी है.
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दूसरा है विक्टिम कार्ड. बीजेपी भ्रष्टाचार को लेकर आम आदमी पार्टी को घेर रही है तो वहीं पार्टी पहली गिरफ्तारी से लेकर अब तक इस केस को ही राजनीतिक साजिश बताती रही है. दिल्ली के सीएम ने अपनी गिरफ्तारी को ही कोर्ट में चैलेंज कर दिया था. आम आदमी पार्टी अपने नेताओं को विक्टिम बता रही है. अब जेल में बंद नेताओं को स्टार प्रचारकों की लिस्ट में जगह देना भी यही नैरेटिव सेट करने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है.
स्टार प्रचारकों की लिस्ट में इन नेताओं के भी नाम
आम आदमी पार्टी की ओर से गुजरात के लिए जारी स्टार प्रचारकों की लिस्ट में दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल, उनकी पत्नी सुनीता केजरीवाल, मनीष सिसोदिया और सत्येंद्र जैन के साथ ही पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान, राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा के भी नाम हैं. हाल ही में जमानत पर जेल से छूटकर बाहर आए राज्यसभा सांसद संजय सिंह, दिल्ली सरकार के मंत्री गोपाल राय, आतिशी, सौरभ भारद्वाज और कैलाश गहलोत को भी पार्टी ने स्टार प्रचारक बनाया है.