कांग्रेस नेता और लोकसभा चुनाव में पार्टी की स्टार प्रचारक प्रियंका गांधी ने आजतक से खास बातचीत की है. उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दी, जिसमें पीएम ने कहा था कि कांग्रेस को यह बात पच नहीं रही है कि एक चाय वाले का बेटा दस साल से देश का प्रधानमंत्री है. प्रियंका ने कहा, "यह विचार एकदम गलत है. इस बात के लिए सिर्फ उन्हें (पीएम मोदी को) ही नहीं मुझे भी गर्व है."
प्रियंका गांधी ने कहा, "कांग्रेस पार्टी ने इस देश में लोकतंत्र स्थापित किया. इस बात के लिए हमें गर्व है कि हमने देश में एक ऐसा लोकतंत्र स्थापित किया जिसमें देश के हर व्यक्ति को मौका मिला."
"कांग्रेस को हजम नहीं हो रहा कि दस साल से एक चाय वाले का बेटा देश का प्रधानमंत्री है" वाले पीएम के बयान पर प्रियंका ने कहा, "हम मोदी जी की ये आलोचना तो कभी नहीं करते कि वह एक गरीब परिवार से आए और इतनी ऊंचाई तक पहुंचे." प्रियंका ने कहा, "हमें भी गर्व है इस बात का, सिर्फ मोदी जी को नहीं है."
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'हमारी परवरिश ही नहीं है ऐसी', परिवार के सवाल पर बोलीं प्रियंका
इंडिया टुडे के कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई के साथ खास बातचीत में कांग्रेस की हार और पार्टी पर परिवार के प्रभाव के एक सवाल पर प्रियंका गांधी ने कहा कि उन्हें कभी नहीं सिखाया गया कि तुम इस (नेहरू-गांधी परिवार) से हो इसलिए तुम्हें ऐसा (राजनीति) ही करना है. हमें कभी नहीं कहा गया है कि तुम्हें प्रधानमंत्री ही बनना है. हमारी परवरिश ही ऐसी नहीं है. ऐसा कभी दिमाग में भी नहीं आया."
प्रियंका गांधी ने राजीव गांधी का वो किस्सा भी सुनाया जिसमें उन्होंने प्रियंका गांधी को डांट लगाई थी. प्रियंका ने बताया, "एक बार एक ज्योतिषी ने मेरा हाथ देखकर कहा कि तुम बड़ी होकर प्रधानमंत्री बनोगी. इस बात को जब पिता जी ने सुना तो उन्होंने डांट लगाई थी कि ये सब बातें बिल्कुल तुम्हारे दिमाग में नहीं आनी चाहिए."
प्रियंका गांधी ने आगे कहा, "एक धारणा जो है न कि हमारे परिवार ने सत्ता के लिए लड़ा, हमें सत्ता चाहिए, हमें सत्ता को पकड़ के रखना है या हम राजा-महाराजा की तरह रहते हैं - सब बकवास है. हम साधारण तरह से जीते हैं."
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दादी और पिता की हत्या का प्रियंका ने किया जिक्र
प्रियंका गांधी ने कहा, "12 साल की उम्र में हमने काफी हिंसा देखी है." उन्होंने अपनी दादी इंदिरा गांधी की हत्या का जिक्र किया और बताया कि हमारे घर के अंदर ही उनकी हत्या हुई. इसके सात साल बाद पिता जी की मृत्यु होती है जिनकी उम्र सिर्फ 46 साल थी. किसी के जीवन में अगर इस तरह की घटना होती है तो जीवन में अलग गहराई होती है और जीवन की अलग समझ हो जाती है." यह पूछे जाने पर कि क्या कभी सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री बनने को लेकर प्रेशर नहीं डाला? - प्रियंका ने जवाब दिया, "अरे नहीं, कभी नहीं."