कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पार्टी के घोषणापत्र पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी और उस दावे पर एक ओपन लैटर लिखा जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है, तो वह देश की संपत्ति घुसपैठियों और उन लोगों को बांट देगी जिनके ज्यादा बच्चे हैं. खड़गे ने पीएम मोदी को संबोधित करते हुए लिखा कि आपके सलाहकार आपको उन चीजों के बारे में गलत जानकारी दे रहे हैं जो हमारे घोषणापत्र में भी नहीं लिखी गई हैं.
खड़गे ने पीएम मोदी की टिप्पणी के लिए भी उन पर निशाना साधा. साथ ही कहा कि जब यह सब खत्म हो जाएगा, तो लोगों को याद आएगा कि देश के पीएम ने चुनाव हारने के डर से ऐसी भाषा का इस्तेमाल किया था. वह राजस्थान में एक चुनावी रैली में की गई पीएम मोदी की टिप्पणी का जिक्र कर रहे थे. जिसमें पीएम ने कहा था कि कांग्रेस के घोषणापत्र में कहा गया है कि पार्टी माताओं और बेटियों के पास मौजूद सोने का जायजा लेगी और उस संपत्ति को घुसपैठियों और उन लोगों में बांट देगी जिनके ज्यादा बच्चे हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा था कि कांग्रेस इस बात की जांच कराएगी कि हमारी बहनों के पास कितना सोना और चांदी है. सोना सिर्फ दिखाने के लिए नहीं है, यह एक महिला का आत्मसम्मान है. मंगलसूत्र का मूल्य सिर्फ सोने की कीमत तक सीमित नहीं है, बल्कि उनके सपनों से जुड़ा है. आप (कांग्रेस) इसे छीनने की कोशिश कर रही है.
मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री को कांग्रेस के घोषणापत्र के बारे में गलत जानकारी दी गई और उन्होंने कहा कि उन्हें पार्टी के चुनावी वादों को समझाने में खुशी होगी, ताकि वह ऐसे झूठे बयान न दें. खड़गे ने पीएम मोदी और उनकी सरकार की आलोचना की और कहा कि हम जानते हैं कि आपको और आपकी सरकार को गरीबों की कोई चिंता नहीं है. आपकी सूट-बूट की सरकार उन कॉरपोरेट्स के लिए काम करती है, जिनके आपने टैक्स कम किए हैं. जबकि वेतनभोगी वर्ग ज्यादा टैक्सका भुगतान करता है. गरीब जीएसटी का भुगतान करते हैं और अमीर कॉर्पोरेट जीएसटी रिफंड का दावा करते हैं.
पीएम की टिप्पणी का हवाला देते हुए मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि यही कारण है कि जब हम अमीर और गरीब के बीच असमानता की बात करते हैं, तो आप जानबूझकर इसे हिंदू और मुस्लिम के साथ जोड़ रहे हैं. हमारा घोषणापत्र गरीबों के लिए है, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम या ईसाई या सिख.