पश्चिम बंगाल की सीएम और टीएमसी प्रमुख ममता बनर्जी ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में किसानों के प्रदर्शन, दिल्ली हिंसा, राज्य बनाम केंद्र की लड़ाई और आगामी बंगाल चुनाव समेत कई बड़े मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी. इस दौरान सीएम ममता बनर्जी ने पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला.
वरिष्ठ पत्रकार राजदीप सरदेसाई ने इंटरव्यू के दौरान ममता बनर्जी से पूछा कि सरकार कह रही है कि उसके पास बहुमत है और संसद से कृषि बिल पारित किए गए हैं. फिर विपक्ष क्यों अड़ंगा लगा रहा हैं. तो इस पर पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि, 'बहुमत आपको (बीजेपी) लोगों को मारने की इजाजत नहीं देता है.' सरकार को कृषि कानूनों को वापस लेना होगा. किसान बिल को जल्दबाजी में लाया गया और कोरोना के दौरान उसे ध्वनि मत से पारित कराया गया.
इंटरव्यू के दौरान सीएम ममता ने कहा कि कृषि कानूनों को लेकर राज्य सरकारों से कोई राय नहीं ली गई. आखिर भारत एक देश, एक पार्टी नहीं हो सकता है. पीएम मोदी भारत को वन मैन शो की तरह नहीं चला सकते. ममता ने कहा कि राजीव गांधी सरकार के पास भी प्रचंड बहुमत था. वे भी रोज एक देश, एक पार्टी की बात कहते थे.
टीएमसी प्रमुख ने कहा कि मेरे पंजाबी भाई-बहन बहुत एकजुट हैं. देश के अन्य हिस्सों में भी और बंगाल में भी. देखिए उद्धव ठाकरे, एमके स्टालिन और अरविंद केजरीवाल क्या कह रहे हैं. हम सब साथ हैं.
उन्होंने कहा कि किसान आंदोलन में कोई नेता नहीं है. किसान खुद लड़ रहे हैं. ममता ने कहा कि मेरे भैया अमित शाह ने कहा कि उनके पास 51 लाख व्हाट्सएप ग्रुप हैं, इसलिए वे किसानों को बदनाम करने के लिए कुछ भी कर सकते हैं.
पश्चिम बंगाल की सीएम ने राज्य बनाम केंद्र की लड़ाई पर कहा कि, केंद्र ने राज्य की सभी शक्तियों पर कब्जा कर लिया है. संघीय ढांचे को गिराया जा रहा है. हर दिन, वे एक राष्ट्र, एक पार्टी कहते हैं.
वहीं आगामी विधानसभा चुनाव पर ममता ने कहा कि मैं बंगाल में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहती हूं. यहां के गवर्नर का सम्मान है, लेकिन वो सीएम से ऊपर नहीं हैं.
ममता ने कहा कि मैं दंगा, हत्याएं और हिंसा नहीं चाहती, जो बीजेपी करती है. मैं गवर्नर के प्रति सम्मान रखती हूं है. मैं उन्हें दोष नहीं देती क्योंकि उनको निर्देश दिए जाते हैं. टीएमसी प्रमुख ने कहा कि राज्यपाल एक नॉमिनेटेड व्यक्ति होता है, जबकि मुख्यमंत्री निर्वाचित होता है.