महाराष्ट्र की राजनीति में जाति जनगणना एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है. इसमें दलित, मुस्लिम और ओबीसी समुदायों के मतदाता अहम भूमिका निभा सकते हैं. कांग्रेस और बीजेपी दोनों के लिए यह एक चुनौतीपूर्ण स्थिति है, जहां उन्हें अपनी रणनीति बनानी होगी कि इन समुदायों का समर्थन कैसे प्राप्त हो.