जनवरी 2025 और जनवरी 2024 में हुए वोटर लिस्ट के पुनरीक्षण के बावजूद, चुनाव आयोग ने 18 लाख से अधिक मृत मतदाताओं और कुल 52 लाख मतदाताओं के नाम सूची से हटाने की बात कही है. इस प्रक्रिया को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं. विपक्ष का कहना है कि बिना भौतिक सत्यापन के इतनी बड़ी संख्या में नाम काटे जा रहे हैं. एक सांसद ने इस प्रक्रिया को फर्जी बताया है.