दिल्ली में 5 फरवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले यमुना के जहरीले पानी को लेकर सियासत तेज है. सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया. वहीं बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज कर केजरीवाल पर पलटवार किया. इस बीच दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी और पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने यमुना में अमोनिया के उच्च स्तर पर चुनाव आयोग के साथ बैठक की.
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए दिल्ली सीएम आतिशी ने कहा, "मैंने और पंजाब के सीएम ने चुनाव आयोग के आयुक्तों से मुलाकात की. दिल्ली में पानी के मुद्दे पर चर्चा हुई. हमने चुनाव आय़ोग को बताया कि किस तरह से यमुना में हरियाणा से जो पानी आ रहा है, उसमें अमोनिया का लेवल जहरीले लेवल तक पहुंच गया है. दिल्ली के वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट एक से दो पीपीएम तक अमोनिया को ट्रीट कर सकते हैं. लेकिन पिछले कुछ दिनों से लगातार अमोनिया का स्तर 4, 5, 6 और 7 पीपीएम तक पहुंच गया है. 7 पीपीएम अमोनिया यानी जहरीला पानी."
उन्होंने आगे कहा कि हमने चुनाव आयोग से आग्रह किया है कि अगर इसी तरह जहरीला पानी आता रहा तो हमारे कई वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बिल्कुल बंद हो जाएंगे. 30 प्रतिशत दिल्ली को पानी नहीं मिलेगा. चुनाव आयोग ने हमें आश्वासन दिया है कि पानी एक महत्वपूर्ण मुद्दा है. लोगों के जीने-मरने से जुड़ा मुद्दा है. चुनाव आयोग ने हमें भरोसा दिलाया है कि दिल्ली के लोगों के हित में जो होगा, हरियाणा का पक्ष भी सुनने के बाद चुनाव आयोग वो फैसला करेगा.
यमुना में अमोनिया के स्तर की जांच की जाएगी: भगवंत मान
बैठक के बारे में पंजाब सीएम भगवंत मान ने कहा कि पंजाब हरियाणा को पानी का उचित हिस्सा दे रहा है. यमुना में अमोनिया के स्तर की जांच की जाएगी. प्रदूषित पानी नहीं छोड़ा जाना चाहिए. उन्हें (हरियाणा) दिल्ली को अतिरिक्त पानी देना चाहिए. ये संकट का समय चिंताजनक है, आप यह नहीं कह सकते कि हम जीतने पर दिल्ली को पानी देंगे. पानी हिमाचल से आता है, पंजाब-हरियाणा को पानी का उचित हिस्सा देता है.
उन्होंने कहा कि दिल्ली जल बोर्ड के सीईओ के पत्र से पता चलता है कि दिल्ली के जल उपचार संयंत्र 1पीपीएम - 2पीपीएम तक अमोनिया का उपचार कर सकते हैं. अभी अमोनिया का स्तर 6.8-7.2 पीपीएम है. हरियाणा और दिल्ली में यमुना में अमोनिया के स्तर को मापने के लिए दिल्ली, हरियाणा और चुनाव आयोग के प्रतिनिधियों के साथ संयुक्त टीम बनाई जानी चाहिए.
केजरीवाल ने हरियाणा सरकार पर लगाए थे आरोप
दरअसल, सोमवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने हरियाणा की भाजपा सरकार पर यमुना के पानी को जहरीला करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि यमुना में हरियाणा से पानी दिल्ली में आता है. भाजपा की हरियाणा सरकार ने यमुना के पानी को जहरीला कर दिया है. हालांकि, दिल्ली जल बोर्ड ने उस पानी को दिल्ली में आने से रोक दिया...भाजपा सरकार ने पानी में ऐसा जहर मिलाया है, जिसे जल उपचार संयंत्रों द्वारा भी साफ नहीं किया जा सकता है. इसकी वजह से दिल्ली के एक तिहाई हिस्से में पानी की किल्लत हो गई है.
आतिशी ने DJB पर किया पलटवार
दिल्ली की सीएम आतिशी ने जल बोर्ड के सीईओ पर निशाना साधते हुए कहा, 'जब AAP प्रमुख अरविंद केजरीवाल और मैंने जहरीले पानी को लेकर बीजेपी की साजिश का पर्दाफाश किया तो बीजेपी ने एलजी के जरिए दिल्ली सरकार के अधिकारियों पर दबाव डाला और सीईओ दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) को पत्र लिखकर इसे जारी करने के लिए कहा.'
आतिशी ने ये भी कहा, 'वे यह दिखाना चाहते थे कि कोई समस्या नहीं है, लेकिन सच तो सच है. डीजेबी द्वारा लिखे गए पत्र में साफ तौर पर लिखा गया है कि जल बोर्ड का वाटर ट्रीटमेंट प्लांट केवल 1 पीपीएम अमोनिया तक के पानी को ही शुद्ध कर सकता है या अधिक पानी के हल्का कर इसे 2 से 2.5 पीपीएम तक बढ़ाया जा सकता है, लेकिन आज की तारीख में यमुना नदी के पानी में 6.5 पीपीएम अमोनिया है. इसका मतलब है कि भाजपा की हरियाणा सरकार द्वारा छोड़े जा रहे यमुना के पानी में 6 गुना अधिक अमोनिया है...'
मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे नायब सैनी
सूत्रों के अनुसार, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उनके बयान पर मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे, जिसमें उन्होंने कहा था कि हरियाणा यमुना के पानी को 'जहरीला' बना रहा है. भाजपा का एक प्रतिनिधि चुनाव आयोग से मिलकर AAP और अरविंद केजरीवाल के बयानों पर आपत्ति दर्ज कराएगा. केजरीवाल ने आरोप लगाया है कि हरियाणा यमुना के पानी में 'जहर' घोल रहा है.