केरल के स्थानीय निकाय चुनाव की आज (मंगलवार) को पहली अग्निपरीक्षा है. पहले फेज की 595 स्थानीय निकायों के लिए वोटिंग शुरू हो गई है. इस निकाय चुनाव को 2026 में होने वाले विधानसभा चुनाव का सेमीफाइनल माना जा रहा है. एलडीएफ और यूडीएफ के बीच सीधी लड़ाई है, लेकिन कई जगह पर बीजेपी ने त्रिकोणीय मुकाबला बना दिया है.
पहले फेज में तिरुवनंतपुरम, कोल्लम, पठानमथिट्टा, कोट्टायम, इडुक्की, अलप्पुझा और एर्नाकुलम के जिलों के 595 स्थानीय निकायों सीटों पर मतदान हो रहे हैं. इन सभी निकाय क्षेत्र के कुल 11,168 वार्डों में 36,000 उम्मीदवारों की किस्मत दांव पर लगी है.
केरल में 1199 स्थानीय निकाय चुनाव दो चरणों में हो रहे . पहले चरण की 595 निकाय के 11,168 वार्ड के लिए वोटिंग हो रही जबकि दूसरे चरण में 604 निकायों के 12,408 वार्डों के लिए 11 दिसंबर को मतदान होगा. इस चुनाव के नतीजे 13 दिसंबर को आएंगे.
निकाय चुनाव की पहली अग्निपरीक्षा
पहले चरण में सात जिलों की कुल 595 स्थानीय निकायों के लिए वोटिंग हो रही है. कोल्लम, तिरुवनंतपुरम, पथानामथिट्टा, अलाप्पुझा, इडुक्की, कोट्टायम और एर्नाकुलम जिलों में स्थानीय निकाय के लिए चुनाव हो रहे. पहले दौरान में तीन नगर निगम, 39 नगरपालिकाएं, सात जिला पंचायतें, 75 ब्लॉक पंचायतें और 471 ग्राम पंचायत क्षेत्रों में चुनाव है.
केरल निकाय चुनाव के पहले चरण में 595 स्थानीय निकायों के कुल 11,168 वार्डों के लिए चुनाव हो रहे हैं, जिसके लिए 36,630 उम्मीदवार मैदान में किस्मत दांव पर लगी. इनमें 17,056 पुरुष, 19,573 महिलाएं और एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार शामिल हैं. पुरुष से ज्यादा महिला कैंडिडेट मैदान में उतरी हैं.
किन-किन निकाय चुनाव में हो रही वोटिंग
राज्य के स्थानीय निकाय चुनाव के पहले चरण में 471 ग्राम पंचायतों के लिए 27,141 कैंडिडेट, 75 ब्लॉक पंचायतों के लिए 3,366, सात जिला पंचायतों के लिए 594, 39 नगरपालिका वार्डों के लिए 4,480 और तीन नगर निगम वार्डों के लिए 1,049 उम्मीदवार मैदान में हैं. पहले चरण की 15,432 केंद्रों पर मतदान की व्यवस्था की गई है, जिनमें से 480 को संवेदनशील माना गया है.
पहले चरण के निकाय चुनाव के लिए 36,630 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला13,283,789 मतदाता तय करेंगे. इसमें 62 लाख पुरुष वोटर, 70 लाख मिलियन महिलाएं और 126 ट्रांसजेंडर मतदाता शामिल हैं, जो राज्य के व्यापक मतदाता वर्ग को दर्शाते हैं. इसके अलावा मतदान सूची में 456 प्रवासी मतदाता भी शामिल हैं. पंचायत क्षेत्रों में सबसे ज्यादा मतदाता हैं, जिनकी संख्या एक करोड़ से ज्यादा है, इसके बाद नगर पालिकाओं में 10.50 लाख और निगमों में 10.57 लाख मतदाता हैं.
तीन नगर निगम पर लोगों की निगाहें
केरल की जिन तीन नगर निगम सीटों पर मंगलवार को चुनाव हो रहे हैं, उसमें तिरुवनंतपुरम, कोल्लम और कोच्चि नगर निगम हैं. इन तीनों ही नगर निगम पर लेफ्ट के अगुवाई वाले एलडीएफ ने पिछली बार कब्जा जमाया है. इन तीनों में सबसे ज्यादा लोगों की निगाहें तिरुवनंतपुरम के चुनाव पर लगी हैं, जहां से कांग्रेस नेता शशि थरूर सांसद हैं. यहां पर बीजेपी, कांग्रेस और लेफ्ट तीनों का सियासी आधार है.
तिरुवनंतपुरम नगर निगम के मेयर बनने के लिए असल मुकाबला है. ऐसे में त्रिकोणीय टक्कर मानी जा रही है. कांग्रेस जैसी पार्टियों के पूर्व विधायक केएस सबरीनाथन और बीजेपी से पूर्व डीजीपी आर श्रीलेखा मेयर पद के लिए संभावित उम्मीदवार के रूप में पार्षद का चुनाव लड़ रहे हैं. ऐसे में शशि थरूर के ऊपर भी लोगों की नजरें है कि क्या अपने गढ़ में कांग्रेस को जिता पाएंगे?
2020 में कैसे रहे निकाय चुनाव के नतीजे
पांच साल पहले 2022 में केरल के निकाय चुनाव हुए थे, उस समयएलडीएफ 40.2 प्रतिशत वोट शेयर के साथ प्रमुख बनकर बनकर उभरा, जिसने 514 ग्राम पंचायतों, 108 ब्लॉक पंचायतों, 11 जिला पंचायतों, 35 नगर पालिकाओं और 5 निगमों में जीत हासिल की थी. यूडीएफ ने 37.9 प्रतिशत हासिल किया, जिसने 321 ग्राम पंचायतों और 23 नगर पालिकाओं में जीत हासिल की थी. एनडीए ने 15 प्रतिशत हासिल किया, जिसने 19 ग्राम पंचायतों में जीत मिली थी.