देश के प्रतिष्ठित आईआईएम अहमदाबाद में एमबीए की पढ़ाई करने वाले 24 वर्षीय विद्यार्थी अक्षित भुखिया ने 26 सितंबर को अपने ही हॉस्टल के कमरे में फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया था. इस सुसाइड को लेकर मृतक अक्षित के पिता हेमंत भुखिया ने न्याय की गुहार लगाते हुए मीडिया के नाम पत्र लिखकर पुलिस पर आरोप लगाया है.
मृतक के पिता ने पुलिस पर उठाए सवाल
मृतक के पिता का कहना है कि बेटे के साथ पढ़ने वाले विद्यार्थियों के बयान नहीं लिए जा रहे, पुलिस सही दिशा में जांच नहीं कर रही. आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ने वाले मूल तेलंगाना के रहने वाले मृतक अक्षित के पिता हेमंत भुखिया ने कहा, मेरा बेटा अक्षित आईआईएमए में लास्ट ईयर में पढ़ रहा था.
मैनेजमेंट की तरफ से अक्षित को किया गया था टॉर्चर
अक्षित आईआईएमए में हर साल आयोजित होने वाले रेड ब्रिक्स समिट का कोऑर्डिनेटर था. इस कार्यक्रम के पहले ही मेरे बेटे ने 26 सितंबर को सुसाइड किया था. अक्षित के दोस्तों से हुई मेरी बातचीत के मुताबिक आईआईएम के मैनेजमेंट की तरफ से अक्षित को टॉर्चर किया गया था, जिससे परेशान होकर अक्षित ने सुसाइड किया.
पुलिस पर लगाया बयान ना लेने का आरोप
हेमंत भुखिया ने आगे कहा कि मेरे बेटे के सुसाइड को लेकर मैंने अहमदाबाद के वस्त्रापुर पुलिस में एफआईआर दर्ज करवाकर बयान भी दिया था. हेमंत भुखिया पुलिस पर नाराजगी व्यक्त करते हुए कहते हैं कि पुलिस द्वारा जांच बहुत धीमी की जा रही है. पुलिस अक्षित के साथ पढ़ने वालों के बयान तक नहीं ले रही है. सीएओ को छुट्टी पर भेज दिया गया है, जो विद्यार्थी आईआईएमए से बाहर आकर सच बताना चाहते हैं, उन्हें धमकाया जा रहा हैं.
पढ़ाई में अव्वल था अक्षित
बता दें कि तेलंगाना का रहने वाला अक्षित बचपन से ही पढ़ने में होशियार था. आईआईएम अहमदाबाद में पढ़ाई करना उसका सपना था. 12वीं में अक्षित ने 1000 में से 985 अंक हासिल करके JEE Mains में टॉप किया फिर NIT भोपाल से कंप्यूटर साइंस में बी.टेक किया था. जिसके बाद सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर दो साल ड्यूटी भी की थी.
अक्षित के पिता ने बताया कि आईआईएम अहमदाबाद से एमबीए करके बिजनेस मैन बनना मेरे बेटे अक्षित का सपना था. लेकिन अक्षित का सपना टूट चुका है. शायद आईआईए अहमदाबाद के लिए एक आदमी की मौत हुई है लेकिन मेरा घर टूट चुका है. ऐसी मुसीबत किसी पर ना आए इसलिए इस मामले में आईआईएम अहमदाबाद के मैनेजमेंट के खिलाफ जांच हो और हमें न्याय दिलाया जाए.
इस मामले में जांच कर रही वस्त्रापुर पुलिस का कहना है कि अक्षित ने फांसी लगाकर जान दी थी. पुलिस को मौके से कोई सुसाइड नोट नहीं मिला था. छात्र के मोबाइल और लैपटॉप को हिरासत में लेकर जांच के लिए एफएसएल में भेजा गया है. जल्द ही रिपोर्ट आए ऐसे प्रयास जारी हैं. इस मामले में अब तक फैकल्टी, विद्यार्थियों समेत 15 से अधिक लोगों के बयान लिए गए हैं.